महाकाल की नगरी में निवेश का ‘बोलबम’, उज्जैन में विक्रमोत्सव, उद्योग सम्मेलन और व्यापार मेले का शुभारंभ
उज्जैन। भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में शुक्रवार को दो दिवसीय क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन, 40 दिवसीय विक्रमोत्सव और व्यापार मेले का शुभारंभ हुआ। उज्जैन-इंदौर में लगने जा रहे खाद्य प्रसंस्करण, प्लास्टिक, फार्मा, मेडिकल डिवाइस आदि से जुड़े 17 उद्योगों का भूमि पूजन, आठ उद्योगों का लोकार्पण और कोठी महल में खुलने जा रहे वीर भारत संग्रहालय का वर्चुअल शिलान्यास भी हुआ।
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने अपने गृह नगर उज्जैन में हो रहे इस आयोजन में लाड़ली बहना योजना के तहत एक करोड़ 29 लाख रुपये बहनों के बैंक खातों में 1576 करोड़ रुपये जारी की। आयोजन में भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा पर केंद्रित काफी टेबल बुक ‘आर्ष भारत एवं विक्रम पंचांग’ (विक्रम संवत 2081) का लोकार्पण भी किया गया।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कार्यक्रम से वर्चुअल जुड़े। उन्होंने कहा कि उज्जैन विश्व की महत्वपूर्ण धरोहर है। यह आने वाले समय में मिनी मुंबई बनेगा। सौभाग्य की बात है कि बहुत साल बाद उज्जैन से डा. मोहन यादव के रूप में मध्य प्रदेश के लिए प्रतिनिधित्व मिला।
मोहन यादव ने दो माह के कार्यकाल में ठान लिया है कि उज्जैन को धर्म, संस्कृति के साथ व्यापार, व्यवसाय का केंद्र भी बनाना है। सिंधिया ने कहा कि हमारी पहली राजधानी उज्जैन थी।
राणोजी महाराज ने उस काल में विकास कार्य किया। महाकाल मंदिर का जीर्णोधार कराया। महाकाल का लिंग कुएं में रखा रहा जिसे बाहर निकाल पुनः मंदिर में स्थापित किया। उज्जैन विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने उज्जैन और यहां के महान शासक रहे विक्रम संवत प्रवर्तक सम्राट विक्रमादित्य की महिमा बताते हुए अपनी बात शुरू की। उन्होंने कहा कि आज उज्जैन में विक्रमोत्सव, व्यापार मेला और उद्योग सम्मेलन का शुभारंभ कर मध्यप्रदेश को देश का नंबर वन राज्य बनाने को मशाल उठाई है।
मुझे गर्व हैं, कि मैं उस संस्कृति का संवाहक हूं जो अतीत पर गर्व करती है, जो पेड़, पर्वत, नदी, जमीन सब में जीव ढूंढती है। काल की नगरी महाकाल नगरी उज्जैन की किसी से कोई होड़ नहीं हो सकती। परंपरा है यहां शिप्रा में स्नान करो, मंगलनाथ पर जल चढ़ाओ, बाबा महाकाल कृपा करेंगे।
कार्यक्रम में लघु एवम मध्यम उद्योग विभाग के मंत्री चेतन काश्यप, संस्कृति विभाग के राज्यमंत्री धर्मेंद्र भव सिंह लोधी, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, चिंतामन मालवीय, सतीश मालवीय, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम अध्यक्ष कलावती यादव भी मौजूद थे।
उद्योगपतियों से मुख्यमंत्री ने की वन टू वन चर्चा
उद्घाटन सत्र के बाद मुख्यमंत्री, शासकीय उज्जैन इंजीनियरिंग कालेज मैदान पर आयोजित उद्योग सम्मेलन में पहुंचे। यहां उद्यमियों से वन टू वन चर्चा की व उन्हें उज्जैन में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। बता दे कि उद्योग सम्मेलन, शासकीय उज्जैन इंजीनियरिंग कालेज मैदान पर और व्यापार मेला, दशहरा मैदान एवम शासकीय शिक्षा महाविद्यालय के समीप खुली भूमि पर लगा है। उद्योग सम्मेलन में तीन हजार उद्यमियों एवम व्यापारियों संग यूएसए, फिजी, मंगोलिया सरकार के प्रतिनिधि, जापान एवं जर्मन के बिजनेस प्रतिनिधियों ने सहभागिता कर रहे हैं।
नए उद्योगों की स्थापना से इंदौर-उज्जैन में 12 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
नए उद्योगों की स्थाना से उज्जैन-इंदौर में 12 हजार लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे। औद्योगिक सम्मेलन स्थल पर विभिन्न औद्योगिक इकाइयों ने अपने उत्पादों पर केंद्रित प्रदर्शनी लगाई है। सम्मेलन में 644.97 एकड़ भूमि पर 17 उद्योगों के लिए 8014 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव मिला है। आने वाले दिनों में 19 अन्य जिलों में भी क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन होंगे। अब तक प्रदेश में 56 उद्योग स्थापित करने के लिए 74 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं।