इंदौर। 40 वर्ष पुराना पारिवारिक स्वामित्व का पोषाक व्यवसाय पाकीजा इंदौर में है। पिछले सालों में इस व्यवसाय ने वस्त्रों और व्यक्तिगत सेवाओं का अद्वितीय संग्रह प्रस्तुत कर ग्राहकों के साथ एक मजबूत रिश्ता बना लिया है। विश्व में बदलते परिवेश और डिजिटल युग की शुरुआत के साथ इस परिवार के युवा और महत्वाकांक्षी सदस्य वसीम गोरी को अहसास हुआ कि उनके व्यवसाय को समय के साथ चलने के लिए अनुकूलित होने की जरूरत है। उन्होंने अमेजन पर भरोसा करके ई-कामर्स की दुनिया में प्रवेश किया और अपने प्रोडक्ट्स अमेजन से बेचना शुरू किया। वो ‘लोकल शॉप्स’ प्रोग्राम में शामिल हुए। उनके वस्त्रों का अद्वितीय संग्रह, खासकर महिलाओं की कुर्तियां भारत में आनलाहन शोपर्स के बीच तेजी से लोकप्रिय हो गई।
यह कहना है अमेजन इंडिया के डायरेक्टर क्षितिज जैन का। शहर के व्यवसाय करने वाले से उन्होंने चर्चा की। अमेजन से जुड़ने से पाकीजा रिटेल की सेल में 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई। आनलाइन बाजार में मिली सफलता से वसीम को अपने बिजनेस का और ज्यादा विस्तार करने की प्रेरणा मिली। उन्होंने अपने स्टोर के आसपास रहने वाले ग्राहकों को लोकल शॉप्स प्रोग्राम द्वारा फ्री होम डिलीवरी देना भी शुरू कर दिया। अपने कलेक्शन को प्रमोट करने और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया का उपयोग शुरू किया। अपने उत्साह, समर्पण, और ई-कामर्स में दृढ़ विश्वास के साथ वसीम को भरोसा है कि आने वाले सालों में उनका व्यवसाय फलता-फूलता रहेगा।
आज वसीम गोरी मध्य प्रदेश से 15 हजार से ज्यादा आफलाइन रिटेलर्स और नज़दीकी स्टोर्स में से एक हैं, जो ‘लोकल शॉप्स आन अमेजन’ प्रोग्राम में सैलर के रूप में रजिस्टर्ड हैं। यह प्रोग्राम आफलाइन रिटेलर्स और नज़दीकी स्टोर्स को ई-कामर्स के फायदे पहुंचाता है। यह बिजनेस को अपनी पहुंच का विस्तार करने के लिए अमेजन द्वारा ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद करता है। यह प्रोग्राम ग्राहकों को अपने घर बैठे ही अपने शहर में मौजूद नजदीकी स्टोर्स के प्रोडक्ट तलाशने में मदद करता है।
इस प्रकार नज़दीकी स्टोर डिजिटल स्टोर बन जाते हैं। इस प्रोग्राम द्वारा सैलर्स अपने नज़दीकी इलाकों से दूर स्थित ग्राहकों को भी अपने उत्पाद बेच सकते हैं। कूरियर पार्टनर के साथ मौजूदा डिलीवरी प्रणाली का उपयोग कर सकते हैं। वो अमेजन के अन्य फुलफिलमेंट प्रोग्राम्स- जैसे इजी शिप और सैलर फ्लेक्स का उपयोग कर भारत के विभिन्न शहरों और स्थानों में अपने बिजनेस का विस्तार कर सकते हैं।
क्षितिज ने कहा कि इस प्रोग्राम में लगभग दो सालों में मध्य प्रदेश से 15,000 से ज्यादा आफलाइन स्टोर शामिल हो चुके हैं। ये बिजनेस अमेजन पर सैलर्स के रूप में रजिस्टर हो चुके हैं और आनलाइन मार्केटप्लेस में बिक्री का लाभ उठा रहे हैं। राज्य में इस प्रोग्राम द्वारा उत्पन्न प्रभाव से साफ होता है कि डिजिटल इनेबलमेंट किस प्रकार लाखों आफलाइन रिटेलर्स, माईक्रो एंट्रप्रेन्योर्स एवं अन्य छोटे बिज़नेस को आनलाइन आने और डिजिटल अर्थव्यवस्था में योगदान देने में समर्थ बना रहा है। हम रिटेलर्स को आनलाइन लाकर बिजनेस को गति देकर उन्हें विशाल ग्राहक आधार तक पहुंचाना और उन्हें एक शक्तिशाली ब्रांड बनाने में मदद करना चाहते हैं।
मध्य प्रदेश से बिकने वाले आनलाइन प्रोडक्ट
इलेक्ट्रॉनिक्स, किचन, वस्त्र, ग्रोसरी, बड़े अप्लायंसेज़, दवाइया, सौंदर्य सामग्री और होम उपकरण।
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