ग्वालियर | ग्वालियर जिले में पैसों का लालच इंसान को किस कदर हैवान बना देता है कि वह अपने नजदीकी रिश्तों को भी शर्मसार कर देता है। कुछ ऐसा ही मामला ग्वालियर के मुरार इलाके में सामने आया है। यहां एक महिला ने अपने सौतेले बेटे को चाय में जहर पिलाकर मार डाला था। जिला एवं सत्र न्यायालय ने इस कलयुगी मां को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया है।बता दें कि मृतक नितिन परिहार की उम्र आठ साल थी। नितिन की मां सीमा का एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था।
उसे मोटर क्लेम के जरिए 12 लाख रुपये की राशि कोर्ट से मंजूर हुई थी। पिता राजू परिहार ने अपने बेटे नितिन परिहार के नाम से आठ लाख रुपये की एफडी कर दी थी। आराधना इसी राशि को किसी तरह हड़पना चाहती थी।राजू परिहार ने तीन शादियां की थीं। उसकी दूसरी पत्नी का नितिन एक ही लड़का था। दूसरी पत्नी सीमा की मौत के बाद आराधना उर्फ जूली से राजू ने तीसरी शादी कर ली थी। आराधना उर्फ जूली अपने सौतेले बेटे नितिन को काफी परेशान करती थी। वो उसे छोटी-छोटी बातों पर मारती पीटती रहती थी।
22 सितंबर 2021 को राजू परिहार अपनी बेटी को लेकर उसके ननिहाल छोड़ने गया था। इसी दौरान सौतेली मां आराधना ने उसे चाय पीने को दी। चाय पीने के बाद उसकी तबियत खराब होने लगी। पिता के घर लौटने पर नितिन ने बताया कि उसे सौतेली मां आराधना ने जब से चाय पीने को दी है, तभी से उसकी तबीयत ठीक नहीं है। पिता राजू परिहार बेटे नितिन को लेकर बिरला अस्पताल पहुंचा, लेकिन उसकी तबियत बिगड़ती चली गई। तब उसे जयारोग्य चिकित्सालय भर्ती कराया गया।
जहां कुछ ही देर बाद नितिन की मौत हो गई।अपने बेटे के बयान के आधार पर राजू ने अपनी ही पत्नी के खिलाफ हत्या का मुकदमा मुरार थाने में दर्ज कराया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों से पता चला था कि चाय जहरीली थी। इस मामले में अभियोजन ने कुल 13 गवाह पेश किए गए थे। आखिरकार सोमवार को एडीजे कोर्ट ने सौतेले बेटे की हत्या करने के मामले में सौतेली मां आराधना उर्फ जूली को दोषी माना और उसे उम्र कैद की सजा से दंडित किया। घटना के बाद से ही आराधना जेल में है।
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