जबलपुर। क्राइम ब्रांच और यातायात थाने में पदस्थ चार जवानों ने मोबाइल एसेसरीज कारोबारी के कर्मचारियों से मारपीट की। कर्मचारियों से 50 हजार रुपये लूट लिए और उन्हें गोदाम में बंद कर दिया। कर्मचारियों को छोड़ने के लिए कारोबारी से आठ लाख रुपये की मांग की। पांच लाख रुपये में सौदा तय हुआ। एक जवान ने उक्त रकम नौदराब्रिज स्थित मुन्ना पान दुकान में पहुंचाने के लिए कहा। पांच लाख रुपये वहां पहुंचने के बाद गोदाम में बंधक बने कर्मचारियों को छोड़कर पुलिस जवान वहां से चले गए। पीडि़त कारोबारी ने घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा को दी, जिसके बाद उन्होंने ओमती सीएसपी आरडी भारद्वाज समेत अन्य अधिकारियों को मौके पर भेजा।
शिकायत सामने आने पर पुलिस अधीक्षक ने क्राइम ब्रांच के कार्यवाहक एएसआइ ओमप्रकाश मिश्रा, प्रधान आरक्षक राधेश्याम, प्रधान आरक्षक ओम नारायण, थाना यातायात गढ़ा में पदस्थ आरक्षक रोहित द्विवेदी को निलंबित करते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया है। घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज जब्त किए गए हैं। फुटेज मेें कुछ आरोपित जवान स्पष्ट नजर आ रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने जांच के निर्देश दिए हैं। जांच की जिम्मेदारी ओमती सीएसपी भारद्वाज को सौंपी गई है। आरोपित आरक्षक को शिकायतों के चलते पुलिस अधीक्षक ने क्राइम ब्रांच से हटाकर यातायात थाने में पदस्थ किया था। घटना को लेकर आेमती थाने में देर रात तक गहमा गहमी का माहौल बना रहा।
जानकारी के अनुसार धनवंतरि नगर निवासी अनिकेत चौधरी ने बताया कि वह ललित गोस्वामी की मोबाइल एसेसरीज दुकान में काम करता है। ललित ने उसे 50 हजार रुपये बैंक में जमा करने के लिए दिए थे। परंतु वह पैसे जमा नहीं कर पाया। दुकान के समीप ही मोबाइल एसेसरीज व खिलौनों की गोदाम है। वह किसी कार्य से गोदाम पहुंचा। तभी दो लोग आए और स्वयं को क्राइम ब्रांच का बताकर उसके साथ मारपीट करने लगे। उससे बार बार सवाल कर रहे थे कि हवाला का पैसा कहां रखा है। एक अन्य कर्मचारी शांतिनगर परसवाड़ा निवासी वीरेंद्र विश्वकर्मा के साथ भी बेरहमी से मारपीट की गई, जिसके बाद दोनों को गांजा तस्करी के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। दोनों को काफी देर तक गोदाम में बंधक बनाकर रखा गया। उसकी मोपेड की भी तलाशी ली गई। गोदाम में रखे कार्टून खोलकर चारों ने जांच पड़ताल की।
मोबाइल एसेसरीज कारोबारी ललित गोस्वामी ने पुलिस को बताया कि क्राइम ब्रांच के तीन व यातायात थाने के एक जवान ने स्वयं को क्राइम ब्रांच की टीम बताकर उससे आठ लाख रुपये की मांग की थी। दुकान कर्मचारी से पहले ही 50 हजार रुपये छीने जा चुके थे। मोलभाव करते हुए पांच लाख रुपये में सौदा तय हुआ। ललित ने पुलिस को बताया कि आरक्षक रोहित द्विवेदी ने पांच लाख रुपये नौदराब्रिज स्थित मुन्ना पान दुकान पर पहुंचाने के लिए कहा। पांच लाख रुपये वहां पहुंचाने के बाद गोदाम में बंधक बने उसके कर्मचारियों को छोड़ा गया। यह भी पता चला कि रोहित ने पांच लाख रुपये मुन्ना पान दुकान से उठवा लिए थे। पुलिस ने पान दुकान संचालक सलमान को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। गोस्वामी ने कहा कि दुकान कर्मचारियों को गांजा के प्रकरण में फंसाने की धमकी दी गई थी इसलिए उसे पांच लाख में सौदा करना पड़ा।
बताया जाता है कि निलंबित जवान पंचू गोस्वामी की खिलौने की दुकान पर भी पहुंचे थे। पंचू पहले हवाला कारोबार में कार्रवाई की जद में आ चुका है। पंचू ने ओमती थाना पहुंचकर जवानों की करतूत अधिकारियों को बताई।
चार जवानों को लाइन अटैच किया
मोबाइल एसेसरीज कारोबारी से वसूली की शिकायत पर चार जवानों को निलंबित कर लाइन अटैच किया गया है। शिकायत की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट मिलने पर जवानों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।