साँची को देश की दूसरी सोलर सिटी बनाने का दावा थोथा साबित,पूर्व CM शिवराजसिंह चौहान ने किया था सोलर सिटी का उद्घाटन
सौर्य ऊर्जा के कई खम्बे चोरी हुए तो कई धराशाही
मध्यप्रदेश के पहली सोलर सिटी चढी लापरवाही और भृष्टाचार की भेट
देवेन्द्र तिवारी सांची रायसेन
ऐतिहासिक स्थल सांची को बडे जोर शोर से देश के दूसरे नम्बर की सोलर सिटी का दर्जा प्रचार प्रसार के माध्यम से खूब किया गया तथा इस सोलर सिटी का उद्घाटन भी तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा कराया गया अब नगर मे सौर ऊर्जा के खंभे भी कुछ तो चोरी चले गए कुछ उखडने की कगार पर पहुंच गए ।परंतु सम्बंधित लगातार बेखबर बने रहे तब सरकार की मंशा पर पानी फिरने लगा ।
जानकारी के अनुसार इस विश्व विख्यात ऐतिहासिक स्थल का कायाकल्प बदलने का सपना देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा देखा गया था तथा उन्होंने इस नगर को देश की दूसरे नम्बर की सौलर सिटी बनाने करोड़ों रुपये आवंटित कर दिये तथा नगर से ही कुछ दूरी पर आनन फानन मे नागौरी गांव की पहाड़ी पर करोड़ों रुपये की लागत से सोलर प्लांट बनाया गया इस प्लांट का भूमिपूजन तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री एंव वर्तमान विधायक डॉक्टर प्रभूराम चौधरी द्वारा जिला प्रशासन एवं ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी मे किया गया तथा आनन फानन मे बडी तेजीसे इसके प्लांट का निर्माण कराया गया तथा उस समय खूब अफबाह फैली कि प्रधानमंत्री श्री मौदी जी ही इस देश की दूसरी सोलर सिटी का उद्घाटन करेंगे परन्तु इस प्लांट की तैयारी पूरी होने के बाद पीएम द्वारा उदघाटन तो नहीं किया जा सका परन्तु इस प्लांट का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज चौहान द्वारा स्तूप परिसर से किया गया था।
इस पूरी तैयारी के दौरान जिम्मेदारों ने नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र तक सौर ऊर्जा से जगमगाने खंभों को खडा किया गया जिससे इस नगर मे बिजली बचाई जा सके ।हालांकि कुछ दिन यह खंभों को जगमगाते हुए भी देखा गया परन्तु कुछ ही समय बाद इन खंभों की चोरी शुरू हो गई ।तथा नगर मे भी अधिकांश स्थानों सहित कुछ प्रभावशाली लोगों ने इन्हें अपने घरों को रोशन करने लगवा लिए पर यह सब ज्यादा दिन सफल नही हो सके तथा कुछ स्थानों पर खंभे आडे तिरछे हो चले तथा कुछ केवल खंभे ही खडे रह सके परन्तु उनका रोशन होना थम गया तथा कुछ खंभों को तो लोगों ने उखाड़ डाला परन्तु सौर ऊर्जा के जिम्मेदार चुप्पी साध कर बैठ गए बताया जाता है कि कुछ सौर ऊर्जा के गिरे पडे खंभे नगरपरिषद प्रशासन के लोगो ने अपने कब्जे मे भी ले लिए जिससे कवाड इकट्ठा किया जा सके ।कुछ खंभों को आडे गिरे पडे लावारिस हालत मे देखा गया ।तथा पीएम की मंशा पर भी पानी फिर गया
यह नगर देश की दूसरे नम्बर की सौलर सिटी बनने के पहले नाकामी की कगार पर पहुंच गई तथा सौर ऊर्जा एवं सोलर सिटी के जिम्मेदार भी अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोडकर लापरवाह बने रहे ।इतना ही नही इस सौर ऊर्जा से भी लोग जुड नहीं सके ।तथा लगातार बिजली पर ही आधारित बनकर रह गई ।यहां तक कि सौर ऊर्जा से संचालित नगर मे लाखों रुपये की लागत से निर्मित ठंडे पानी के लिए प्याऊ निर्माण कराये गए थे परंतु यह प्याऊ भी गरम उबला पानी उगल रही हैं किसी को देखने सुनने की फुर्सत नही दिखाई दे रही है जिसका खामियाजा लोगो को उठाना पड रहा है।इस नगर मे अनेकों लोग ऐसे भी हैं जो लाखों रुपये चुकाने के बाद भीकनेक्शन लेकर सौर ऊर्जा से लाभ उठाने मे असफल हो रहे हैं ।तब आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता हैं सौर ऊर्जा से देश भर मे दूसरे नम्बर की सिटी कैसे बन सकेगी ।