सहायक प्राध्यापक भर्ती निरस्त कर अतिथि विद्वानों का करे भविष्य सुरक्षित करे सरकार:- महासंघ
डॉ.अनिल जैन भोपाल
सूबे के सरकारी महाविद्यालयों में तीन तारीख़ होने वाली सहायक प्राध्यापक,ग्रंथपाल एवं क्रीड़ा अधिकारी की भर्ती परीक्षा की तारीख़ लोक सेवा आयोग ने स्थगित कर दी है।जारी पत्र क्रमांक 3139 के आधार पर आयोग ने तीन मार्च को होने वाली परीक्षा को स्थगित किया है।साथ ही उल्लेख करते हुए कहा है कि आगामी समय में अलग से इसकी तारीख घोषित की जाएगी।जैसा की विदित हो कि जब से सहायक प्राध्यापक भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया है तभी से रिक्त पदों के विरुद्ध सेवा देने वाले महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों ने इसका विरोध किया था साथ ही इसे कोर्ट में ले गए थे।उम्र और आरक्षण को लेकर मामला अभी भी विचाराधीन है।जिसके कारण ये निरस्त किया गया है।अतिथि विद्वान लगातार अपने नियमितीकरण की लड़ाई लड़ रहे हैं।
अतिथि विद्वान महासंघ के मिडिया प्रभारी डॉ आशीष पांडेय ने बताया की ये भर्ती पूरी तरह से विवादित हो गई है साथ ही उम्र में छूट,रोस्टर,अतिथि विद्वानों को 25 प्रतिशत शीट आदि मामला कोर्ट ने लंबित है।डॉ पांडेय ने कहा की पिछली 2017 की विवादित भर्ती से ज्यादा विवादित ये पीएससी सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा है सरकार इसको तत्काल निरस्त कर अतिथि विद्वानों को नियमित करे।
इनका कहना हे-
अतिथि विद्वानों से भाजपा सरकार ने जो वादा किया है उसे पूरा करे एवं अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित कर फिक्स वेतन एवं स्थाई नियुक्ति दे।महापंचायत में शिवराज सिंह चौहान जी एवं मोहन यादव जी इसकी घोषणा भी कर चुके हैं।पीएससी अतिथि विद्वानों का हल नही है।इस भर्ती को निरस्त कर अतिथि विद्वानों के साथ न्याय करे सरकार।
–डॉ देवराज सिंह अध्यक्ष अतिथि विद्वान महासंघ