नैनीतालः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरायणी के अवसर पर रविवार को कुमाऊं के प्रसिद्ध कैंची धाम से सांस्कृतिक उत्सव का शुभारंभ किया और कैंची धाम और घोड़ाखाल के गोल्ज्यू मंदिर में स्वच्छता अभियान भी चलाया।
कैंची धाम पहुंचे धामी ने 14 से 22 जनवरी तक प्रदेश भर के मंदिरों और धार्मिक स्थलों में होने वाले सांस्कृतिक उत्सव का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक होगा। पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस दिन करोड़ों हिन्दुओं और सनातनियों के आस्था के प्रतीक रामलला अयोध्या में विराजमान होंगे। लंबे समय से इस पल का इंतजार था। उन्होंने कहा कि इस उपलक्ष्य में राज्य के सभी मंदिरों और धार्मिक स्थलों में सांस्कृतिक उत्सव के साथ-साथ स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने आम लोगों से भी स्वच्छता मुहिम में जुड़ने का आह्वान किया।
वहीं मुख्यमंत्री ने कैंची धाम नीब करौरी महाराज के आश्रम में राम शिला की साफ-सफाई की। मंदिर परिसर में झाड़ू बुहारा और स्वच्छता का संदेश दिया। इसके बाद उन्होंने मंदिर के दर्शन किये तथा श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया। सीएम ने इस मौके पर कहा कि कैंची धाम का विकास सरकार की प्राथमिकता है। इस धाम की मान्यता वैश्विक पटल पर पहुंच गई है। इसलिए राज्य सरकार आने वाले पांच दशकों के हिसाब से कैंची धाम के विकास की योजना तैयार कर रही है।