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ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुराने संसदीय क्षेत्र से एक भी मंत्री नहीं, इस बार केवल चली पार्टी हाईकमान की

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– मायूस हुए भाजपा के विधायक

– सबसे ज्यादा ज्योतिरादित्य समर्थक विधायकों को मिली मायूसी

रंजीत गुप्ता  शिवपुरी

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुराने संसदीय क्षेत्र शिवपुरी, गुना, अशोकनगर से किसी भी विधायक को मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई है। सिंधिया के पुराने संसदीय गढ़ से किसी किसी भी विधायक को नए मोहन मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है। जबकि शिवपुरी, गुना, अशोकनगर जिले की 12 विधानसभा सीटें आती हैं इनमें से शिवपुरी से 5 सीटें, गुना से चार सीटें, अशोकनगर से तीन विधानसभा सीट आती हैं। इन तीन जिलों की 12 सीटों में से भाजपा यहां पर 8 सीटें जीती हैं लेकिन इनमें से किसी भी विधायक को चुनाव जीतने के बाद मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है।

मायूस हुए भाजपा के विधायक-

स्थानीय राजनीति के जानकारों का कहना है कि शिवपुरी, गुना, अशोकनगर जिले से पिछले कई सालों से लगातार कोई ना कोई इस इलाके से मंत्री रहा है लेकिन इस बार मोहन मंत्रिमंडल में इन तीनों जिलों से किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है। शिवपुरी जिले की बात करें तो वर्ष 2005 से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया लगातार यहां मंत्री रहीं। इसके अलावा वर्ष 2020 में मप्र में दलबदल के बाद हुए सत्ता परिवर्तन में पोहरी विधानसभा क्षेत्र से सिंधिया समर्थक विधायक सुरेश राठखेड़ा कांग्रेस छोड़कर जब बीजेपी में आए तो उन्हें पीडीडब्ल्यू राज्य मंत्री बनाया गया था। इस तरह से शिवपुरी जिले से दो मंत्री शिवराज सरकार में रहे। इसके अलावा गुना से महेंद्र सिंह सिसोदिया और अशोकनगर से बृजेंद्र प्रताप सिंह मंत्रिमंडल में रहे लेकिन इस बार किसी भी विधायक को मंत्रिमंडल में शिवपुरी, गुना, अशोकनगर से जगह नहीं दी गई है। अब जगह नहीं मिलने के बाद जीतकर आए नवनिर्वाचित विधायक मायूस हैं।

इस बार नहीं चल पाई सिंधिया की

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस बार मोहन मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को भी कम संख्या में लिया गया है। पूर्व में शिवराज सरकार जब मध्य प्रदेश में थी तो उसे समय 9 सिंधिया समर्थक मंत्री बनाए गए थे लेकिन इस बार मोहन मंत्रिमंडल में मात्र तीन मंत्री तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर को शामिल किया गया है। इस बार सिंधिया समर्थक मंत्रियों को कम जगह दी गई है जिसके कारण गुना, शिवपुरी, अशोकनगर के उनके समर्थकों को निराशा हाथ लगी है। गुना, शिवपुरी, अशोकनगर जिले में देखा जाए तो यहां पर दो सिंधिया समर्थक नेता मंत्री पद की दौड़ में थे लेकिन इन्हें जगह नहीं दी गई जिसमें अशोकनगर से जिले के मुंगावली के बृजेंद्र प्रताप सिंह और शिवपुरी जिले से कोलारस से महेंद्र यादव को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की आशा थी लेकिन निराशा हाथ लगी है।

हाई कमान के हाथ में रही पॉवर-

बताया जा रहा है कि सोमवार को मध्य प्रदेश में जो मंत्रिमंडल विस्तार हुआ है उसमें दिल्ली से पार्टी आलाकमान ने ही अपने निर्णय अनुसार क्षेत्र बार विधायकों को मंत्री पद दिया है। किसी भी विशेष गुट को यहां पर ज्यादा तवज्जो नहीं दी गई जिसके कारण ग्वालियर चंबल संभाग में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों को भी ज्यादा तवज्जो नहीं मिल पाई है। राजनीतिक समीक्षकों का कहना है कि केंद्र स्तर से ही भाजपा में सारे निर्णय लिए गए हैं इसलिए किसी एक विशेष अच्छा को विशेष महत्व नहीं दिया गया है।

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