रिपोर्ट देवेश पाण्डेय सिलवानी रायसेन
रायसेन जिले की सिलवानी नगर पंचायत जो कि हमेशा ही स्वच्छता के नाम पर पीछे ही रही। जहां विगत 2 वर्षों से नगर पंचायत अध्यक्ष नहीं होने की वजह से अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी मनमानी के तहत कार्य कर रहे हैं। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि कही नलो में पानी के लिए लोग परेशान हो रहे हैं तो किसी वार्ड में सफाई नहीं हो रही, तो कहीं नालियाँ आज भी बज बजा रही है जहां जनप्रतिनिधि नहीं होने की वजह से बेलगाम हुए अधिकारी एवं कर्मचारी का रवैया साफ दिखाई दे रहा है।
स्वच्छता अभियान को लेकर जहां आए दिन हजारों रुपए के बिल तो लगाए जा रहे हैं लेकिन उन बिलों में खरीदी गई सामग्री धरातल पर दिखाई नहीं दे रही। ना तो अभी तक किसी भी वार्ड में मच्छर मार दवाई डलती हुई दिखाई दी ना ही कहीं विशेष अभियान सफाई की जा रही है। वही लगातार नगर पंचायत के द्वारा सफाई कर्मी की भर्ती की जा रही है। लेकिन नगर की सड़कों एवं नालियों में सफाई कहीं भी दिखाई नहीं दे रही।
लगाए जा रहे हजारों रुपए के बिल
जहां नगर पंचायत के द्वारा स्वच्छता अभियान को नंबर वन बनाए जाने को लेकर जगह-जगह बैनर पोस्टर एवं दिखावे के लिए लाखों रुपए खर्च कर दिए। लेकिन स्वच्छता अभियान की मूल जड़ सफाई जिस पर किसी प्रकार का विशेष ध्यान नहीं दिया गया।
एक-दो दिन रहा अभियान का दिखावा
जहां स्वच्छता अभियान को लेकर एक दो दिन तक रैली ,डस्टबिन और सड़कों पर झाड़ू भी दिखाई दिए ।लेकिन उसके बाद स्वच्छता अभियान गायब हो गया और ऑफिसों में विल लगाने का कार्य चलता रहा ।जहां नगर के लोगों ने इस पूरे मामले में माननीय विधायक ठाकुर रामपाल सिंह जी से मांग की है कि स्वच्छता अभियान की पूरी जांच की जाए कि कितने रुपए के बिल लगाए गए एवं क्या किया गया। जिससे एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।