मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का बयान
– हम आदिवासी बहनों को चप्पल पहना रहे हैं, तो इनके सीने में काटे चुभ रहे है
– हम सम्मान भी देंगे, सामान भी देंगे
-कांग्रेस और कमल नाथ गरीब विरोधी, बहन विरोधी और आदिवासी विरोधी -शिवराजसिंह चौहान
भोपाल। हमारी आदिवासी बहनें जब जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने जाती थीं, तो प्यास से उनका कंठ सूखने लगता था, पैरों में कांटे चुभ जाते थे। जब किसी आदिवासी भाई-बहन के पैरों में कांटा चुभता है, तो वो कांटा हमारे कलेजे में चुभ जाता है। उनकी तकलीफों को देखते हुए हमारी सरकार ने आदिवासी बहनों को चप्पल, पानी की कुप्पी और साड़ी देना शुरू किया था। लेकिन कमलनाथ की 15 महीनों की सरकार ने यह योजना बंद कर दी थी। अब हमारी सरकार फिर से तेंदूपत्ता तोड़ने वाले भाई बहनों को जूते-चप्पल पहना रही है, पानी की कुप्पी और साड़ी दे रही है, तो इन्हें तकलीफ हो रही है। यही कांग्रेस का असली चरित्र है और इसी के चलते वह हमेशा आदिवासियों को अपमानित करती रही है। लेकिन कमलनाथ और प्रियंका जी सुन लें, हम आदिवासी भाई बहनों को सम्मान भी देंगे और सामान भी देंगे। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी को गरीब विरोधी, आदिवासी विरोधी और बहनों की विरोधी बताते हुए कही।
कांग्रेस ने कभी नहीं दिया आदिवासियों को सम्मान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी आदिवासियों, जनजातीय नायकों को सम्मान नहीं दिया। कांग्रेस केवल अपने नेताओं के, एक परिवार के लोगों के स्मारक बनवाती रही, लेकिन कभी भगवान बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, भीमा नायक, शंकर शाह, रघुनाथ शाह, रानी दुर्गावती को सम्मान नहीं दिया। इनके स्मारक हम बनवा रहे हैं। अपनी आदिवासी विरोधी सोच के चलते कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में कभी शिवभानुसिंह सोलंकी जी और जमनाबाई जैसे नेताओं को मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया। हमारी सरकार बेगा, भारिया और सहरिया बहनों के खातों में 2017 से पोषण अनुदान के 1000 रुपये डालती थी, लेकिन उससे भी इन्हें तकलीफ थी और कमलनाथ की सरकार ने आते ही इन गरीब बहनों के पैसे भी बंद कर दिए। इन्होंने हमारे गरीबों, आदिवासी भाइयों के लिए सहारा बन रही संबल योजना भी बंद कर दी थी। श्री चौहान ने कहा कि वो कांग्रेस ही है, जिसने आदिवासी भाइयों के साथ अन्याय किया है।
कांग्रेस से सावधान रहें बहनें, इनकी नजर बहनों के पैसों पर है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस की सरकार ने आदिवासी बहनों के पैसे छीने थे, अब उनकी नजर लाडली बहनों को मिलने वाले पैसों पर है और कांग्रेस के इस लोग इस योजना को बंद कराने की तैयारी कर रहे हैं। इनके लोग ट्वीट कर रहे हैं कि मामा चुपके से पैसा डालेगा…..। हां, मैं बहनों के खातों में पैसे डालूंगा। ये पहले से चल रही योजना है और इसे कोई बंद नहीं करा सकता। श्री चौहान ने कहा कि लाडली बहना योजना 1 करोड़ 32 लाख बहनों का भाग्य है, उनकी खुशहाली है, जिंदगी है। बहनों के खातों में पैसे डाले जा रहे हैं, तो इससे आपको तकलीफ क्यों हो रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने कभी बहनों के लिए कुछ नहीं किया । इन्हें जब भी मौका मिला, इन्होंने छीना ही है। लेकिन कांग्रेस के इस प्रपंच से उसकी नीयत साफ हो गई है। जैसे उसने आदिवासी भाई-बहनों को जूते-चप्पल देना बंद कर दिया था, जैसे संबल योजना बंद कर दी थी, जैसे बेटियों की शादी बंद कर दी और पैसा ही नहीं दिया, जैसे बैगा, भारिया और सहरिया बहनों का पैसा बंद किया था। वैसे ही अब कांग्रेस लाडली बहना योजना बंद कराने का षडयंत्र रच रही है। उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश की बहनों से कहना चाहता हूं कि इनके इरादों से सावधान रहें।