मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
दीवानगंज क्षेत्र में 3 साल से गौशाला का निर्माण कार्य चल रहा है मगर बनकर एक भी अभी तक तैयार नहीं हुई जिससे आवारा पशुओं को ठिकाना मिल सके।
दीवानगंज से कुछ ही दूरी पर स्थित गिदगढ़ पंचायत मैं गौशाला का निर्माण हो रहा था जो अब बनकर तैयार हो गई हैं मगर बिजली और पानी की कमी से गौशाला मैं पशुओं को छोड़ने का कार्य अभी तक चालू नहीं हुआ जिले के परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी ने 3 साल पहले दीवानगंज पंचायत में 3 ग्राम पंचायतों में गौशाला निर्माण करने की आधारशिला रखी थी
जिसमें गीदगढ़ पंचायत गौशाला , सेमरा पंचायत गौशाला ,शाहपुर पंचायत के भर्तीपुर गौशाला की आधारशिला रखी थी उसी समय प्रत्येक गौशाला के लिए 37 लाख 85 हजार रुपए राशि भी निश्चित की गई थी तफी से आज तक उन गौशालाओं का निर्माण कार्य चालू है तो कभी रुक जाता है 3 पंचायतों की गौशाला का निर्माण आज तक पूर्ण रूप से तैयार नहीं हुई है जिसमें से गीदगढ़ पंचायत में गौशाला का निर्माण तेजी से चल रहा था जो अब पूरा हो गया उसमें अभी पानी और बिजली की कमी है क्षेत्र के लोगों को उम्मीद थी कि बारिश के समय में आवारा पशुओं को गौशला में छोड़ देंगे मगर गौशाला का कार्य पूर्ण नहीं होने के कारण पशुओं को नहीं छोड़ा जा रहा हैभोपाल विदिशा हाईवे पर अक्सर आवारा पशुओं की मौत होती रहती है गौशाला के बन जाने से आवारा पशुओं को अब ठिकाना मिल जाएगा मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ किसान आवारा पशुओं से परेशान होते रहते थे भोपाल विदिश हाईवे 18 पर आवारा पशुओं को इधर से उधर भागते रहते हैंतीनो गौशाला मनरेगा के तहत बनाई जा रही है इसमें जितना काम होता है उसके आकलन के हिसाब से ठेकेदार को पैसा उपलब्ध होता है आवारा पशुओं से जहां किसानों की फसलें चौपट हो रही है तो दूसरी ओर हाईवे पर पशुओं के साथ-साथ रहागिर की भी दुर्घटना में मौत हो रही है गौशाला बन जाने से किसानों को आवारा पशुओं से मुक्ति भी मिलेगी और रोड पर घूम रहे आवारा पशुओं को एक स्थाई ठिकाना मिल जाएगा जिससे भोपाल विदिशा हाईवे पर स्थित बालमपुर घाटी पर हो रहे आवारा पशुओं की मौत का सिलसिला रुक जाएगा मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ गिदगढ़ गौशाला में पानी और बिजली की कमी के कारण पशुओं का छोड़ना अभी चालू नहीं किया अब बालमपुर पंचायत में भी गौशाला का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है सोचने की बात है कि दीवानगंज क्षेत्र में 4 पंचायतों में गौशाला का कार्य चल रहा है जिनमें से शाहपुर पंचायत मैं गांव कास्ट और गेट नहीं लगा है और सेमरा पंचायत में गौशाला अभी अधूरी पड़ी है तो गीदगढ़ में तैयार हो गई मगर पानी बिजली की कमी के कारण पशुओं को छोड़ना अभी प्रारंभ नहीं हुआ 10 किलोमीटर के दायरे में तीन गौशालाओं का निर्माण 3 साल से चल रहा है मगर अभी तक पूर्ण रूप से एक भी तैयार नहीं हुई जिसका खामियाजा किसान औरआवारा पशुओं को भुगतना पड़ रहा है रोज कहीं ना कहीं रोड पर आवारा पशुओं की मौत हो रही है बेरखेड़ी चौराहा से लेकर बालमपुर घाटी तक 15 दिन के अंदर वाहनों से 10 आवारा पशुओं की मौत हो चुकी है।
गीदगढ़ पंचायत सरपंच लीला किशन अहिरवार
गीदगढ़ पंचायत में गौशाला बनकर तैयार हो गई है अब केवल गौशाला में बोर और बिजली की व्यवस्था करना है हमने जनपद सीईओ जिला सीई ओ, और कलेक्टर ऑफिस में 2 महीने पहले पानी और बिजली के लिए आवेदन कर दिया है जैसे ही पानी और बिजली की व्यवस्था हो जाएगी यहां पर आवारा पशुओं को रखने का सिलसिला चालू हो जाएगा जिससे रोड पर घूम रहे आवारा पशुओं से राहगीरों को मुक्ति मिलेगी वही रोड पर बैठे आवारा पशुओं से भी चालक को मुक्ति मिलेगी
शाहपुर पंचायत सरपंच टीकाराम
शाहपुर पंचायत के भर्तीपुर गांव में गौशाला का निर्माण कार्य चल रहा है लगभग कार्य पूर्ण होने को है अभी गौशाला में गऊ कास्ट और गेट लगना बाकी है पानी की व्यवस्था हो चुकी है कुछ ही दिनों में सारी व्यवस्था होने पर आवारा पशुओं को छोड़ना प्रारंभ हो जाएगा
पूर्व सरपंच हरी मीणा बालमपुर
बालमपुर में भी गौशाला का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है कुछ ही महीनों में गौशाला बनकर तैयार हो जाएगी जिसमें आवारा पशुओं को छोड़ा जाएगा बारिश के समय में ज्यादातर आवारा पशु बालमपुर घाटी से लेकर बेरखेड़ी चौराहा तक रोड पर बैठते हैं जिस कारण उनकी दुर्घटना में मौत हो जाती है और वाहन चालक भी परेशान होते हैं अगर गौशाला पुर्ण रूप से तैयार हो जाती तो आवारा पशुओं को उनमे छोड़ा जाता।