आऊटसोर्स प्रथा बंद कर, नौकरियों में 2003 से पहले वाली नीति लागू करे सरकार
तारकेश्वर शर्मा
सिवनी। अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य विभाग के आऊटसोर्स, ठेका कर्मियों की बैठक कामगार कर्मचारी कांग्रेस के राज्य उपाध्यक्ष वासुदेव शर्मा की उपस्थित में संपन्न हुई जिसमें संगठन के जिला अध्यक्ष नितिन शुक्ला भी उपस्थित रहे। बैठक में सिवनी, लखनादौन, घंसौर, बरघाट के दिलीप दयारामानी, कौशल्या ठाकुर, लता भारद्वाज, रजनी यादव, माया वरमाया, रश्मि रजक, शकीला, उपासना, मनीषा, देवेंद्र, दशरथ दिनेश, आधार, रामशंकर सहित बडी संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए कामगार कर्मचारी कांग्रेस के उपाध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि 2003 से पहले एक बार जो सरकारी विभाग में काम करने लग जाता था, तो वह ताउम्र नौकरी करता और रिटायरमेंट होने पर पेंशन मिलती थी लेकिन 2003 के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और उसने नौकरियों में अनिश्चितता पैदा कर दी, आऊटसोर्स ठेका जैसी अमानवीय व्यवस्था लागू कर युवक युवतियों का शोषण शुरू कर दिया, शिवराज सरकार की इन नौकरियों में न तो न्यूनतम वेतन है, न ही काम की गारंटी और रिटायरमेंट पर खाली हाथ रहना पडता हैं। कामगार कर्मचारी कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथजी के निर्देश पर भाजपा सरकार द्वारा लागू की गई ठेका व्यवस्था को समाप्त कराकर कर्मचारियों के भविष्य को बचाने का संघर्ष विकसित कर रही है, इसी कडी में यह बैठक की जा रही है, जल्दी ही भोपाल में एनएचएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा और पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथजी से मिलकर आऊटसोर्स ठेका प्रथा को समाप्त कराने के लिए मार्गदर्शन लिया जाएगा। शर्मा ने कहा कि सरकारी विभागों की नौकरियों में 2003 से पहले कांग्रेस सरकारों वाली नीति लागू की जाए, जिसमें सम्मानजनक वेतन, नौकरी की गारंटी एवं पेंशन का प्रावधान था। भाजपा की शिवराज सरकार ने कर्मचारी हितैषी कांग्रेस की नीति समाप्त कर शोषण करने वाली आऊटसोर्स एवं ठेका वाली नीति लागू कर दी है, जिसमें हजारों लाखों युवक युवतियों के भविष्य को बर्बाद कर दिया।
कामगार नेता वासुदेव शर्मा ने कहा कि 2003 तक सबसे खराब नौकरी शिक्षाकर्मी, पंचायत कर्मी, स्वास्थ्यकर्मी, संविदाकर्मी की मिली थी, लेकिन आज यही लोग अपने अपने विभागों में 50 से 70 हजार रूपए वेतन ले रहे हैं वहीं शिवराज सरकार के आऊटसोर्स कर्मी, ठेका कर्मी, अतिथि आदि को न तो न्यूनतम वेतन मिलता है और न ही नौकरी में स्थायित्व है, इसलिए कामगार कांग्रेस भाजपा सरकार की कर्मचारी विरोधी नीति को समाप्त कराने के लिए सभी शोषित पीडित कर्मचारियों को संगठित करने का काम कर रही है। शर्मा ने सभी कर्मियों ने भोपाल चलने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया।