चंद्रमा और शनि की युति से विष योग बना है। ज्योतिष गणना की अनुसार 9 जून को सुबह 6 बजकर 2 मिनट पर चंद्र देव मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं। यहां शनि देव पहले से विराजमान है। इस राशि में चंद्र देव पूरे ढाई दिन तक रहेंगे। ऐसी स्थिति में दोनों ग्रहों की युति से विष योग बन रहा है। यह एक प्रकार का अशुभ योग माना जाता है। इस योग में तीन राशि के जातकों को सावधान रहने की आवश्यकता है।
कन्या
शनि देव इस राशि के पांचवे और छठवें भाव के स्वामी हैं। इस समय शनि छठे भाव में विराजमान है। ऐसे में चंद्रमा और शनि की युति से बना विष योग कन्या राशि के जातकों को मुश्किल में पहुंचा सकता है। सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। बच्चों के करिअर को लेकर चिंता बनी रहेगी। शत्रु से सावधान रहने की आवश्यकता है। ऐसे में आपको अधिक संघर्ष करना पड़ सकता है।
वृश्चिक
चंद्रमा शनि की युति वृश्चिक राशि के जातकों के जीवन में परेशानी बढ़ सकती है। संपत्ति को लेकर परिवार के सदस्यों के बीच विवाद होने की संभावना है। पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। सेहत का विशेष ध्यान रखें।
कुंभ
इस राशि में शनि और चंद्रमा की युति हो रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों के जीवन में भी समस्याएं आ सकती है। सेहत का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। व्यापार, नौकरी के साथ-साथ परिवार पर बुरा असर पड़ेगा। किसी भी बात का अहंकार न करें। नौकरी पेशा लोगों को कार्यस्थल में थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है।
डिसक्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी/ सामग्री/ गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ धार्मिक मान्यताओं/ धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही
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