सुरेन्द्र जैन धरसीवां
बढ़ते ओधोगिक प्रदूषण से ग्रामीणो का जीना मुहाल है बाबजूद इसके सांकरा सिलतरा की कई बड़ी ओधोगिक इकाइये रातभर तो जहरीला धुंआ छोड़ती ही है लेकिन दिन में भी रुक रुककर चिमनियों से काला धुंआ छोड़कर ग्रामीणो को मुसीबत पैदा कर रही हैं।
ओधोगिक क्षेत्र उरला सिलतरा की फेक्ट्रियो के प्रदूषण से ग्रामीणो को आज तक कोई राहत नहीं मिली है….यहां स्थित बड़े बड़े प्लांटों की चिमनियां पूरी रात ज्हहरिला धुंआ छोड़ती हैं और दिन में भी रुक रुककर काला जहरीला धुँआ छोड़ती रहती हैं….. सोमबार को हमेशा की तरह जब रायपुर बिलासपुर राजमार्ग किनारे सांकरा में स्थित क्षेत्र के सबसे बड़े जायसवाल निको स्टील प्लांट की चिमनी से निकलते जहरीले धुंआ पर इस प्रतिनिधि की नजर पडी तो उन्होंने इसे अपने कैमरे में कैद किया….ओधोगिक इकाइयों का यही काला जहरीला धुंआ सांकरा सिलतरा निमोरा सोंडरा के तालाबो के पानी के ऊपर हर सुबह काली परत के रूप में दिखाई देता है ओर रहवासियों की छतों पर भी इस प्रदूषण की काली परत देखी जा सकती है बढ़ते ओधोगिक प्रदूषण के कारण ग्रामीणो का जीना मुहाल है बावजूद इसके प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को यह सब शायद दिखाई ही नहीं देता