Let’s travel together.

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस ओर भारतीय महिला श्रमिक

0 107

आलेख-सुरेन्द्र जैन धरसीवां(रायपुर छत्तीसगढ़)

आज 8 मार्च है यानि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है तो यह भी जानना जरूरी है कि इसकी शुरुआत कैंसे हुई ओर क्या भारत मे हमारे नीति निर्धारकों को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाना चाहिए यदि हाँ तो किस अधिकार से आज इस आलेख में हम इसी विषय को समझने का प्रयास करेंगे।


अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत कामाकाजी महिलाओं के शोषण के खिलाफ संघर्ष से शुरू हुई थी अमेरिका के न्यूयार्क में 8 मार्च 1908 को 15 हजार कामकाजी महिलाएं सडको पर उतरी थी इन कामकाजी महिलाओ ने नोकरी में काम के घण्टे घटाने ओर बेहतर वेतन व मतदान में अधिकार की मांग की थी लंबे संघर्ष के बाद महिला शक्ति की जीत हुई और काम के घण्टे दस बारह घण्टे से घटकर 8 घण्टे तय हुए साल 1910 में कोपेनहेगन में महिलाओं द्वारा एक सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया गया तभी से इस दिन को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाने लगा साल1975 में इसे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मान्यता मिली तभी से कुछ देशों में जैंसे क्यूबा वियतनाम अफगानिस्तान कंबोडिया रूस बेलरूस युगांडा यूक्रेन आदि में कामाकाजी महिलाओं को इस दिन छुट्टी मिलने लगी इस तरह 8 मार्च का दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाने लगा लेकिन भारत मे इसे मनाना औपचारिकता भर बनकर रह गया जमीनी हकीकत तो यह है कि नीति निर्धारकों ने कामाकाजी महिलाओं के हक में ऐंसा कोई विशेष काम भारतवर्ष में नहीं किया कि वह सीना तानकर यह कह सकें कि उन्होंने कामाकाजी भारतीय महिलाओं के लिए कुछ किया है हां इतना जरूर है कि सत्ताधारी हो या विपक्षी सभी ने सम्मान का दिखावा फ़ोटो खिंचाकर अखबारों में छपवाने का काम जरूर किया है।

भारतीय उधोगो में महिलाओं की दयनीय स्थिति

भारतीय उधोगो में कामाकाजी महिलाओं की क्या स्थिति है यह किसी से छिपी नहीं है छत्तीसगढ़ राज्य को ही ले लें तो राजधानी रायपुर के आसपास की ओधोगिक इकाइयों में सिर्फ छत्तीसगढ़ की ही नहीं अपितु पड़ोसी राज्यों की भी बड़ी संख्या में महिला श्रमिक मजदूरी करने जाती हैं सुबह से शाम तक महिला श्रमिक उधोगो में भारी मेहनत करती है बाबजूद इसके अधिकांश फेक्ट्रियो में उन्हें न तो निर्धारित रेट की मजदूरी मिलती है न पर्याप्त सुरक्षा उपकरण मिलते हैं इतना ही नहीं उन्हे 8 मार्च को भी रोज की तरह ही इस दिन भी उधोगो में मेहनत मजदूरी करने जाना होता है।
ओधोगिक स्वस्थ्य एवं सुरक्षा विभाग हो या फिर श्रम विभाग इन विभागों के अधिकारियों ने कभी इस क्षेत्र में सक्रीयता नहीं दिखाई की महिला श्रमिको का शोषण बन्द हो और उन्हें ओधोगिक स्वस्थ्य एवं सुरक्षा उपलब्ध हो इस सबके बाबजूद क्या भारत मे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की खोखली जय जयकार करना उचित है।

खुशी भी दुख भी

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में खासकर रायपुर के धरसीवां इलाके में जिसमे उरला सिलतरा जैंसे ओधोगिक क्षेत्र सामिल हैं यह बहुत खुशी की बात है कि सरपंच से लेकर जनपद पंचायत जिला पंचायत विधानसभा यहां तक कि राज्यसभा में भी महिला जनप्रतिनिधि ही पदों पर आसीन हैं यह समूचे क्षेत्र और जिले के लिए बहुत ही गौरव की बात है बहुत ही खुशी की बात है कि आज हर प्रमुख पद पर महिलाये काबिज है लेकिन दुख इस बात का है कि महिलाओं के राज में भी ओधोगिक इकाइयों में महिला श्रमिको का शोषण जारी है उन्हे आठ मॉर्च अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की छट्टी भी नहीं मिलती।

सुरेन्द्र जैन

Leave A Reply

Your email address will not be published.

साँची में आयोजित रामलीला में रामलीलाओ का चित्रण     |     ग्राम पंचायत गुलगांव मे आयोजित हुआ जनकल्याण शिविर     |     भोपाल विदिशा हाईवे 18 डोलाघाट पर दो कार आपस में भिड़ी     |     आज भक्तिभाव से मनेगी संत शिरोमणी गुरु घासीदाम बाबा की 268 वी जयंती     |     नशे में धुत महिला ने पुलिस थाना के सामने दूध मुही बच्ची के साथ लगाई खुद को आग     |     शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ओलंपियाड परीक्षा का आयोजन     |     सिख प्रीमियर लीग 2024 का आज  समापन     |     नहर का ओवरफ्लो का पानी किसान के खेत में घुसा फसल हुई बर्बाद     |     ग्राम झिरी में बेतवा नदी के उद्गम स्थल पर स्वास्थ्य राज्यमंत्री तथा  जनप्रतिनिधियों ने की पूजा-अर्चना     |     पतंजलि  के  ब्रांड “रुचि स्टार” के नाम और लोगो की कॉपी कर मिलते जुलते फर्जी नाम एसटीआर गोल्ड के नाम से तेल निर्माण करने वाली कंपनी का भांडा फोड़     |     श्रीमद् भागवत कथा समापन पर हुआ विशाल भंडारा     |     ग्रामीण क्षेत्र में लगातार बिजली की आंख मिचौली से ग्रामीण परेशान     |     SafeClick साइबर जागरूकता जनसंवाद, रतनपुर में जनसम्बाद में शामिल हुए पुलिस अधीक्षक     |     अड़तीस उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे 6776मतदाता     |     बकस्वाहा में हुआ 62 वें निः शुल्क नेत्र शिविर का आयोजन     |     भाजपा संगठनात्मक बैठक: समर्पण निधि अभियान और पं. दीनदयाल उपाध्याय पुण्यतिथि कार्यक्रमों की तैयारियों पर मंथन     |     घर बनाने और छतों पर सोलर पावर प्लांट लगाने सूर्य घर योजना के तहत मिलेगा लोन     |     शिवपुरी जिला प्रशासन द्वारा पोलो ग्राउंड में 6 मार्च को कराया जा रहा सामूहिक विवाह व निकाह सम्मेलन का आयोजन     |     मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज लाड़ली बहनों के खाते में राशि करेंगे अंतरित     |     भोपाल से सलामतपुर तक शनिवार को रोड पर किया पैच वर्क रविवार सुबह उखड़ा     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9425036811