पारस विहार फेस-2 निवासी कुंजन झंवर ने पास की ‘असिस्टेंट योगा थैरेपिस्ट की परीक्षा
सीहोर से अनुराग शर्मा
हॉकी, कराटे, एडमिनिस्ट्रेशन क्षेत्र के साथ सीहोर के युवा योग संस्कृति में भी महारथ हासिल कर रहे हैं। योग की दुनिया में महारथ हासिल करने वाली ऐसी ही एक युवा हैं सीहोर की बहू कुंजन झंवर। यह पारस विहार फेस-2 निवासी सीए सुमित झंवर की पत्नी समाजसेवी कमल क्षबर की बहू है, जिन्होंने हाल ही में आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा योग प्रमाणीकरण बोर्ड की परीक्षा ‘असिस्टेंट योगा थैरेपिस्ट उत्तीर्ण कर सीहोर जिले का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया है। यह उपलब्धि अर्जित करने वाली कुंजन मध्यप्रदेश की पहली महिला हैं, कुंजन के मुताबिक इस लेवल की परीक्षा अभी केवल उन्हीं ने उत्तीर्ण की है। ये भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एवं महाराष्ट्र राज्य द्वारा योगा थैरेपिस्ट की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर चुकी हैं। इनके द्वारा इसके पहले भी कई योग ग्रंथों व अष्टांग योग, हठयोग, मंत्रयोग, राजयोग, विन्यास योग, नादयोग इत्यादि पर अध्ययन कर परीक्षा, प्रतियोगिता जीती गई हैं। इन्होंने कई राष्ट्रीय व अतरराष्ट्रीय आयोजन फिटइंडिया मूवमेंट, 75 करोड सूर्य नमस्कार आदि में सहभागिता रही है। उन्होंने बताया कि वह पंतजलि योगपीठ ट्रस्ट हरिद्वार से भी अष्टांग योग का प्रशिक्षण और नेचुरोपैथी में डिग्री ले चुकी हैं। कुंजन सीहोर जिले की मध्यप्रदेश योगासन एवं स्पोटर््स फेडरेशन की सदस्य भी है।
योग से खुद को किया निरोग
समाजसेवी नेत्रदान प्रेरक कमल किशोर झंवर की पुत्रवधु कुंजन झंवर ने बताया कि कॉलेज की पढ़ाई के दौरान वह कुछ गंभीर बीमारियों से पीडि़त थी। डॉक्टर्स को उपचार चल रहा था, तभी उनके गुरु ने उन्हें बताया कि वह कुछ योगासन करें। उन्होंने गुरु की सलाह के मुताबिक योग आसन किया, नतीजा यह रहा है कुंजन की गंभीर बीमारियां ठीक हो गई। उन्होंने योगासन के प्रभाव के बारे में अपने गुरु को बताया, वह काफी खुश हुए और उन्होंने इससे संबंधित कुछ ग्रंथ पढऩे के लिए दिए। कुंजन ने उन्हें पढ़ा और फिर योग में रूचि बढ़ती गई। उन्होंने बताया कि ‘असिस्टेंट योगा थैरेपिस्टÓ की परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की, जिसमें उनकी सास बृजलता झंवर ने काफी सहयोग किया। उन्होंने अपनी उपलब्धी का श्रेय अपने गुरु और परिवार को दिया है। कुंजन झंवर फाइन आट्र्स की डिग्री भी ले चुकी हैं। उन्होंने जेजे स्कूल ऑफ फाइन आर्ट से 15 साल पहले डिग्री ली थी। एक अच्छी कलाकार होने के साथ वह अब योग थैरेपिस्ट भी बन गई हैं। उन्होंने बताया कि सीहोर में आगे वह योग सेंटर खोलने की कार्य योजना पर काम कर रही हैं।