बेसहारा विधवा को रोजगार सहायक ने किया मृत घोषित ,मुख्यमंत्री जनसेवा शिविर में महिला ने आकर बताया कि मर गए हैं , हम … ! “
शरद शर्मा बेगमगंज रायसेन
पंचायतों के सचिवों एवं रोजगार सहायकों की मनमर्जी के चलते सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने वाली विधवा , वृद्ध एवं विकलांग परेशान , जिनकी तानाशाही के चलते उन्हें कई -कई माह तक पेंशन नहीं मिलती है या फिर पंचायत की गुटबाजी के चलते उन्हें मृत अथवा अपात्र बताकर पेंशन बंद कर दी जाती है ।
हाल ही में ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत बड़गवां में देखने को मिला , जब गांव में मुख्यमंत्री जनसेवा शिविर लगा तो इसमें एक चौंकाने वाला मामला सामने आया जब एक बेसहारा विधवा महिला ने आकर बताया कि मर गए हैं हम … !
” जीवित महिला के मुंह से जब शिविर में आवाज गूंजी कि .. ” मर गए हैं , हम … ! “
ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक ने अपने सरपंच पिता के कारण गांव में गुटबाजी के चलते एक विधवा बेसहारा महिला की पेंशन उसे मृत घोषित करके बंद करवा दी ।
गांव की 70 वर्षीय विधवा महिला शांति बाई को मृत घोषित करते हुए रोजगार सहायक शिवराज सिंह लोधी ने उसको भुखमरी की कगार पर पहुंचा दिया है ।
आज मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर के दौरान लड़खड़ाते बमुश्किल पहुंची शांति बाई ने शिकायत करते हुए बताया कि वह असहाय एवं विधवा है ,उसका पालन पोषण करने वाला कोई नहीं है । उसके पति की मृत्यु के बाद उसको लगातार 2 साल तक निराश्रित विधवा पेंशन मिली लेकिन पूर्व सरपंच बाबू सिंह लोधी एवं उसके पुत्र रोजगार सहायक शिवराज सिंह लोधी ने उसे मृत बताकर पेंशन बंद करवा दी है । उसमें सभी से फरियाद लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया ।
अपनी गुजर-बसर के लिए फिर से पेंशन पाने को वह विधवा वृद्ध महिला दर-दर भटक रही है। लेकिन उसकी गुहार सुनने वाला कोई नहीं।
आज शिविर में फिर से उसने आकर शिकायत की तो शिकायत के बाद जनपद पंचायत के सीईओ आशीष जोशी ने पोर्टल पर दिखावाया तो वहां भी पोर्टल पर उसे मृत बताया जा रहा है।यह पहला मामला नहीं है जबकि सामाजिक सुरक्षा पेंशन के मामले में पहली शिकायत आई हो ।
ऐसी कई शिकायतें अनेक ग्राम पंचायतों में शिविर के दौरान आ रही है । जिनमें गुटबंदी के चलते कई निराश्रितों की पेंशन किसी न किसी कारण ग्राम पंचायत के सचिवों अथवा रोजगार सहायकों द्वारा बंद करवा दी गई है।अब ग्राम पंचायत स्तर पर लगने वाले मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर के दौरान ऐसे मामलों का खुलासा हो रहा है।
इस संबंध में जनपद पंचायत के सीईओ आशीष जोशी का कहना है कि बड़गवां पंचायत में उस समय रोजगार सहायक शिवराज सिंह लोधी सचिव के भी चार्ज में था और उसके पिता बाबू सिंह लोधी सरपंच थे ।
उस समय उसने शांति बाई को मृत बताकर उनकी पेंशन बंद करवा दी थी। उन्हें पेंशन फिर से मिलने लगे ,इसके लिए कार्रवाई की गई है और रोजगार सहायक शिवराज सिंह लोधी को कारण बताओ नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्थिति स्पष्ट होने के बाद उसके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी ।
वर्तमान सरपंच अशोक सिंह ने बताया कि वह फिर से अपनी ग्राम पंचायत बड़गवां में सर्वे करवा रहे हैं ताकि कोई भी निराश्रित पेंशन योजना से वंचित ना रह जाए। हम बिना भेदभाव के काम करेंगे ।
वर्तमान सचिव मुन्ना सिंह ठाकुर का कहना है कि अब किसी की पेंशन नहीं रुकेगी , जो पात्र हैं उन्हें जरूर ओर समय पर मिलेगी ।