नरसिंहपुर। जिले के ग्राम करपगांव में एक महिला को घायल करने के बाद जंगली भैंसा ने मड़ेसुर में दो ग्रामीणों को घायल कर दिया । भैंसे ने एक बकरी को मार डाला। भैंसा की दहशत से गांव में हड़कंप की स्थिति है । वन विभाग की टीम गांव में तैनात है। भैंसा को पकड़ने के लिए कान्हा से विशेषज्ञों की टीम बुलवाई जा रही है । विभाग को आशंका है कि यह भैंसा या तो सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र से या फिर छिंदवाड़ा के जंगल से आया है ।
बताया जाता है कि जंगल से भटकते हुए जंगली भैंसा पहले करपगांव क्षेत्र में आया जहां पर एक महिला सुरलाबाई को उसने घायल कर दिया । इसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है ।
बुधवार की सुबह गांव के खेतोंं की तरफ ग्रामीणों ने जंगली भैंसा को देखा था । जब खेतों में कार्य करने वाले ग्रामीणों को जंगली भैंसा मारने दौड़ा तो वे जान बचाने के लिए भागे।
बताया जाता है कि जंगली भैंसा के हमले से मड़ेसुर निवासी शिवप्रसाद वंशकार घायल हुआ और उसकी बकरी की मौत हो गई। शरद पिता सोहन ठाकुर भी घायल हो गया। दोनों को 108 एंबुलेंस से करेली स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है।
करेली वन परिक्षेत्र अधिकारी दिनेश मालवीय ने बताया कि हमारे वन परिक्षेत्र में जंगली भैंसा नहीं है। मड़ेसुर गांव से वन क्षेत्र की दूरी भी करीब 20 किमी है । जिले के वन परिक्षेत्र से ही नर्मदापुरम और छिंदवाड़ा जिले का वनक्षेत्र लगा है। आशंका है कि उक्त जंगली भैंसा भटकते हुए सतपुड़ा टाइगर रिजर्व अथवा छिंदवाड़ा जिले के जंगल से यहां पहुंच गया होगा। मड़ेसुर गांव की दूरी भी वन परिक्षेत्र से अधिक है ।
टीम कर रही गांव में निगरानी
वन विभाग की टीमों द्वारा गांव में निगरानी करते हुए जंगली भैंसा पर नजर रखी जा रही है । जिला वन मंडल अधिकारी ने बताया कि कान्हा टाइगर रिजर्व से विशेषज्ञ चिकित्सक, सहायक व स्क्वायड हेड रेंजर की टीम आ रही हैं। गांव में वन विभाग औैर पुलिस की टीम भी लगी हुई है ।
इनका कहना है
कान्हा टाइगर रिजर्व से रेस्क्यू करने टीम रवाना हो गई है । जंगली भैंसा छिंदवाड़ा मटकुली के जंगल तरफ से आया होगा क्योंकि उसने सबसे पहले करपगांव में एक महिला को घायल किया था। हमारी टीम गांव में निगरानी कर रही है।
पीडी ग्रेबियाल, जिला वन मंडल अधिकारी नरसिंहपुर
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