भगवान को दिमाग से नहीं दिल से पाया जा सकता है- पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्रीजी महाराज
सी एल गौर
विदिशा नगरी में चल रही श्री बागेश्वर धाम सरकार की भागवत कथा में पांचवे दिवस मंगलवार को कथा सुनने के लिए अपार जनसमूह पहुंचा पंडाल के अलावा भी तपती दोपहरी में भागवत कथा की भक्ति में श्रद्धालु गोते लगाते हुए नजर आए। भागवत कथा के अंतिम चरण में अब और ज्यादा श्रद्धालु भागवत कथा सुनने के लिए और बागेश्वर धाम सरकार के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। भागवत कथा स्थल पर ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो मथुरा और वृंदावन की भूमि पर कथा हो रही हो चारों तरफ अध्यात्म का वातावरण जय सीताराम, जय श्री कृष्णा, जय हनुमान, जय गुरुदेव जय सन्यासी बाबा के जयकरे भक्तों के मुख से सुनाई दे रहे हैं।
विदिशा की इस पावन भूमि पर पूज्य श्री वागेश्वर धाम सरकार भेलसा की तोप बन कर आए हैं और यहां लाखों की संख्या में कथा सुनने वाले श्रद्धालुओं को भक्ति का मार्ग बता रहे हैं और भगवान से कैसे मिला जाए कैसे उनकी भक्ति की जाए इसके बारे में भी विस्तार से भक्तजनों को महाराज श्री अपने श्री मुख से बता रहे हैं। कथा के पांचवे दिवस महाराजश्री ने व्यास गादी से लाखों श्रद्धालुओं से सीता राम हनुमान, सीता राम हनुमान संकीर्तन कराया और इस महामंत्र का गुणगान पूरे कथा पंडाल में सुनाई दे रहा था, भक्ति भाव का माहौल श्री राम और श्री कष्ण भक्ति में लीन यहां बैठे श्रद्धालु अपने को धन्य मानकर भागवत कथा को श्रवण कर रहे थे।
संकीर्तन के पश्चात महाराज श्री ने कहा कि भगवान को अगर पाना है तो दिमाग से नहीं दिल से पाया जा सकता है क्योंकि इंसान के दिमाग में तो कुछ ना कुछ अलग अलग चलता रहता है परंतु व्यक्ति दिल से भगवान की उपासना और कथा को सुनता है तो उसका इसमें ही उद्धार हो जाता है भगवान भी भाव के भूखे होते हैं जो उन्हें प्रेम से भजता है वह उसी के हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि भक्त अगर सच्चे मन से भगवान की भक्ति करें तो भगवान भी दौड़े दौड़े चले आते हैं ऐसे ही व्यक्ति भगवान को प्रिय होते हैं उन्होंने कथा पंडाल में मौजूद सभी श्रद्धालुओं से कहा कि आप भगवान की भक्ति दिमाग से नहीं दिल से करो। इस दौरान श्रीमद् भागवत कथा के कई रोचक प्रसंग भी महाराज श्री ने श्रद्धालुओं को सुनाएं इसी बीच उन्होंने भजन भी गाया कि भजन कर मस्त जवानी में,,,, बुढ़ापा किसने देखा है,,,, जैसे ही महाराज श्री ने इस भजन का गायन किया वैसे ही पूरे कथा पंडाल में लाखों की संख्या में श्रद्धालु भी उठ खड़े हुए और भगवान की भक्ति में लीन होते हुए झूमते दिखाई दिए, मधुर संगीत की धुन पर महाराज श्री के इस भजन पर श्रद्धालु भी खुश हो रहे थे, इसके अलावा भी महाराज श्री ने कई मनभावन भजन सुनाएं जिनको सुनकर श्रद्धालु गदगद हो गए।
सांसद साध्वी प्रज्ञा भारती सहित अनेक संत महात्मा भी पहुंचे भागवत कथा सुनने
बागेश्वर धाम सरकार की भागवत कथा अंतिम चरण में चल रही है इस दौरान कोई ना कोई महान संत से लेकर महान पुरुष रोजाना कथा स्थल पर पहुंच रहे हैं तथा के पांचवें दिवस मंगलवार को भोपाल संसदीय क्षेत्र की सांसद साध्वी प्रज्ञा भारती जी भी भागवत कथा को सुनने के लिए विदिशा पहुंची, इस दौरान उन्होंने भी मंच के माध्यम से लाखों श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि वह राम नाम का भजन करते हुए हिंदू राष्ट्र की ओर आगे बढ़े और एक साथ सब मिलकर भारत राष्ट्र निर्माण की दिशा में सहयोग प्रदान करें उन्होंने कथा में मौजूद सभी भाई बहन मातृशक्ति युवा भाइयों से भी भारत राष्ट्र निर्माण में सहयोग करने की अपील की और जय श्री राम भारत माता के जय कारे भी लगवाए। श्रीमद् भागवत कथा में देर शाम तक श्रद्धालु कथा श्रवण करते रहे। भागवत कथा के अंतिम चरण में और ज्यादा संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है।