उदयपुरा रायसेन। नर्मदा अंचल, में स्वामी नित्यानंद गिरि जी महाराज, ऋषिकेश के प्रेरणा से चल रही, मानस यात्रा के अंतर्गत ग्राम कानीवाड़ा में सत्संग सभा का आयोजन किया गया, आयोजक लाल सिंह पवैया, प्रहलाद , कपिल पवैया सहित ग्राम वासियों ने विद्वान एवं अतिथियों का जोरदार स्वागत किया। सत्संग सभा में मानस प्रसंग लंका कांड के मंगलाचरण एवं नल नील द्वारा पुल बांधना श्री राम जी द्वारा रामेश्वर की स्थापना एवं श्री राम जी का सेना सहित समुद्र पार उतरना विषय पर नर्मदा अंचल के विद्वान नरेश शास्त्री, सुदामा प्रसाद शास्त्री, कुंवर लाल रामायणी ,देवव्रत राजोरिया ,योगेश पांडे सहित नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा क्षेत्र से पधारे नर्मदा प्रसाद पिपरोनिया, लक्ष्मण प्रसाद पचौरी, रामभरोसे दादा, कन छेदीलाल, आदि मानस चिंतकों ने बड़ी रोचक व्याख्या प्रस्तुत की।
कार्यक्रम संयोजक अधिवक्ता चतुर नारायण रघुवंशी ने बताया कि श्री रामचरितमानस विद्यापीठ द्वारा संतों एवं ग्रंथों के संदेश उपदेश सहित संस्कृति एवं संस्कार की सद प्रवृत्ति जागृत हेतु सद चर्चा के माध्यम से वातावरण शुद्ध करने का लघु प्रयास किया जा रहा है, जिसमें सत्संग, सेवा, सुमिरन के महत्व से लोगों की रूचि जागृत हो रही है ,कार्यक्रम में राष्ट्रीय कवि गोविंद गोदानी, स्वरचित भजन ,खाली हाथ आया है खाली हाथ जाएगा, अध्यात्म प्रस्तुति पर श्रोता भावविभोर हुए ग्रंथ की मंगल आरती में समाजसेवी निरंजन सिंह राजपूत गाडरवारा, गणेश महाराज, राजकिशोर कौरव, शंकरलाल कर सरिया ,कैलाश परमार, प्रेमशंकर चंदेल ,रवि शंकर सरपंच ,अमर सिंह लोधी ,झलकन, अरुण उदैनिया, भरत सिंह राजपूत, सुरेश सोनी, डीपी पाठक, अरविंद बेरूवा, मोतीलाल लोधी ,सहित राम अनुरागी श्रद्धालुओं ने भाग लिया