-गीता पब्लिक स्कूल स्टूडेंट्स ने फोर स्ट्रोक इंजन वर्क कैसे करता है मॉडल के थ्रू उसकी वर्किंग को सीखा
शिवपुरी से रंजीत गुप्ता
स्कूल की कक्षा आठ की छात्रा अवनी सिंह ने बताया कि फोर स्ट्रोक इंजन एक साथ चार प्रक्रियाओं से गुजरता है जिन्हें स्ट्रोक कहा जाता है। पहला इन्टेक वाल्व, जब यह खुलता है तो यह कार्बोरेटर से हवा और इंधन को खींचता है । दूसरा कंप्रेस साइकिल में ईंधन और हवा के मिश्रण को कंप्रेस करने का काम करता है। उस दौरान इनटेक और एग्जास्ट वाल्व बंद रहता है। तीसरा पावर स्ट्रोक, इस प्रक्रिया में ही पावर उत्पन्न होती है। इसमें स्पार्क प्लग के माध्यम से ईंधन और हवा का दहन होता है। अंतिम चरण एग्जॉस्ट साइकिल का होता है। इन्टेक की प्रक्रिया के दौरान यह वाल्व खुलता है और ईंधन के दहन के दौरान धक्का मिलने पर यह वाल्व काम करने लगता है और प्रक्रिया पूरी हो जाती हैं। फोर स्ट्रोक से इंजन की पावर बढ़ती है। इंजन की कार्य क्षमता और साथ ही गाड़ी की माइलेज भी बेहतर होती है। इससे इंजन की आयु बढ़ती और इंजन कम धुंआ भी फेकता है जिसकी वजह से प्रदूषण कम होता है। फोर स्ट्रोक डेमोंसट्रेशन मॉडल के जरिए स्टूडेंट्स ने ना केवल फोर स्ट्रोक मॉडल की वर्किंग बल्कि उसके होने वाले लाभों के बारे में भी जाना। इस मॉडल को लेकर स्टूडेंट्स में काफी उत्साह था। आज के परिदृश्य में विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल नॉलेज का होना अति आवश्यक है और इसी दिशा में गीता पब्लिक स्कूल पूर्णता प्रयासरत है।