विजयसिंह राठौर
रायसेन- इन दिनों रायसेन शहर की सुंदरता और सुगमता से चलने के लिए बहुप्रतीक्षित लोगों का ड्रीम प्रोजेक्ट फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य का प्रगति पर है। लेकिन पुराने शहर में इंडियन चौराहे पर बनी एक मज़ार ओर उसके सामने बने मंदिर का कुछ फिट हिस्सा सड़क के दायरे में आ रहा हैं। लेकिन हैरत की बात यह है कि अभी तक इस मामले में न तो जिला प्रशासन आगे आया है.. न ही pwd विभाग ने कुछ कार्यवाई की हैं और तो ओर इन धार्मिक स्थानों से जुड़े लोगों ने भी आगे आकर कोई रुचि नही दिखाई है। जबकि सड़क ठेकेदार ने मन्दिर ओर मज़ार के आसपास गड्डा खोदकर उसमें गिट्टी की फिलिंग करा दी हैं। जानकारो के मुताबिक कोई भी सड़क की क्वालिटी तभी ठीक होती हैं जब उसका काम एक सिरे से पूरा किया जाए। यानी बीच बीच मे काम छोड़ने से सड़क की गुडवत्ता खराब हो सकती हैं। दअरसल कई विकसित बड़े शहरों में लोग खुद आगे आकर ऐसे मामलों में रुचि लेते हैं। ओर आपसी सहमती से नगर विकास के लिए एक जुट होकर रहते है। लेकिन रायसेन शहर के लोगो मे यह भावना कम ही देखने को मिलती हैं। शायद इसी कारण रायसेन शहर आज भी अन्य शहरों की तुलना में काफी पीछे हैं। यहा सड़क को चौड़ीकरण इसलिए भी जरूरी हैं कि इस स्थान के पास ही जिले का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल स्तिथ हैं साथ ही तहसील एसडीएम कार्यालय के साथ साथ जिला न्यायालय भी इसी मार्ग पर स्तिथ है। जहां हज़ारो की संख्या में लोगो का रोजाना आनाजाना लगा रहता है। वही पुराने शहर की खूबसूरती तो बढ़ाने वाले इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर भी इसका असर देखने को मिल सकता हैं। वही प्रोजेक्ट के लिए जी जान लगा देने वाले क्षेत्रीय विधायक एवं मप्र के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी जी को भी अभी तक इस मामले की जानकारी नही दी गई है। जिससे वह स्वयं आगे आकर लोगो मे इस सड़क की उपयोगिता को लेकर लोगो को जागरूक कर सकते थे। इस पूरे मामले में जिला प्रशासन गहरी नींद में सो रहा हैं। शायद उसे यहा किसी विवाद का इंतजार है जिसके बाद ही वह कोई निर्णय ले पायेगा।