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राजधानी भोपाल में करणी सेना परिवार का आंदोलन तेज होता जा रहा है

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भोपाल   तीन दिन से भेल इलाके में आंदोलन जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस आंदोलन पर कहा कि मुख्यमंत्री और सरकार को करणी सेना परिवार से बात करना चाहिए। कोई भी बात हो, उस पर चर्चा होना चाहिए। समझना चाहिए कि क्या उनका आक्रोश है। उस आक्रोश को सुनकर जो सही हो, वो मानना चाहिए।भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने कहा, अगर हमारी सरकार आती है तो हम उनसे बात करेंगे। मैंने यही परंपरा बनाई थी कि सब से बात करो। कई ऐसी बात होती हैं, जो सरकार के समझ में नहीं आतीं। इसीलिए अधिकारी उनके साथ मीटिंग कर लें, फिर मुख्यमंत्री बात कर लें। कांग्रेस के आंदोलन को समर्थन के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये आंदोलन BJP सरकार के खिलाफ है। इसमें कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है। ये एक समाज कर रहा है, तो कांग्रेस इसमें क्या हस्तक्षेप कर सकती है। करणी सेना के लोग हमसे बात करना चाहते हैं, तो हम जरूर करेंगे।

अवधपुरी जाने वाली रोड पर धरना

करणी सेना परिवार और सरकार के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। सोमवार को करणी सेना परिवार के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर अपने साथियों के साथ जंबूरी मैदान से एमपी नगर के लिए बढ़े, तो उन्हें पुलिस ने भेल के गांधी चौराहे पर ही बैरिकेडिंग कर रोक लिया। इसके बाद से ही करणी सेना के लोग आज मंगलवार को भी अवधपुरी जाने वाली रोड पर ही धरने पर बैठे हुए हैं। यहां उन्होंने श्रीराम स्तुति की। भजन- रघुपति राघव राजा राम गाया।

धरने से पहले अनुमति लें: एडिशनल डीसीपी

एडिशनल डीसीपी राजेश भदौरिया ने बताया पुलिस की सुरक्षा की दृष्टि से सभी व्यवस्था की गई है। इनके नेतृत्वकर्ताओं को बताया गया है कि अनुमति नहीं है। प्रॉपर अनुमति लें। प्रजातांत्रिक तरीके से धरने पर बैठें। अभी इनकी तरफ से कोई एप्लिकेशन नहीं आई है। इनसे चर्चा की गई है कि शांतिपूर्ण तरीके से कोई धरना देता है, तो कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन प्रॉपर अनुमति लें।

मंत्री के साथ चार बैठकें, लेकिन हल नहीं निकला

करणी सेना के आंदोलन के चलते भोपाल के भेल, पिपलानी, अवधपुरी जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। करणी सेना के लोग अपनी 21 सूत्रीय मांगों का लिखित में सरकार की ओर से निराकरण के लिए मंत्रियों की कमेटी बनाने की मांग पर अड़े हुए हैं। रविवार शाम से लेकर सोमवार तक करणी सेना परिवार के प्रतिनिधियों की मंत्री अरविन्द भदौरिया से चार बार बैठक हुई, लेकिन समाधान नहीं निकल पाया। इधर, करणी सेना परिवार के आंदोलन की आग प्रदेश के दूसरे जिलों में भी फैल रही है। आज आगर और शाजापुर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुतले जलाए गए।

कांग्रेस हमारी मांग विधानसभा में उठाए

प्रदर्शन में विनोद सुनार्थी, रानायरा जिला रतलाम से आए हैं। उनका कहना है कि हमारी 21 सूत्रीय मांगें सही हैं। हम नहीं, सरकार परेशान कर रही है। हम तो जा रहे थे, सरकार के कहने पर पुलिस ने रास्ता रोका है। मंत्री अरविंद भदौरिया से अभी बात हुई। हम कह रहे हैं आइए मान लीजिए हमारी मांग। इसमें कौन सी मांग लोकतांत्रिक नहीं है। कांग्रेस ने अगर हमारी मांग का समर्थन किया है, तो बहुत अच्छी बात है। सभी राजनैतिक दल को समर्थन करना चाहिए। कांग्रेस से बस ये कहना है कि अगर समर्थन किया है तो हमारी 22 सूत्रीय मांग विधानसभा में उठाए।

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