आखिरकार 84 घंटे बाद जिंदगी की जंग हार गया तन्मय, नम आंखों से ग्रामीणों ने किया अपने लाड़ले का अंतिम संस्कार
तारकेश्वर शर्मा बैतूल
आठनेर ग्राम मांडवी गांव के मासूम तन्मय का रेस्क्यू ऑपरेशन 10 दिसंबर को पूरा हो गया है। उसके शव को बौर से निकालने के बाद बैतूल जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव रवाना कर दिया है। वहां गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया तन्मय पोस्टमार्टम की रिपोर्ट तो कुछ समय बाद आएगी, लेकिन शॉर्ट पीएम रिपोर्ट अधिकारियों को मिल चुकी है।
एडीएम श्यामेंद्र जैसवाल ने शॉर्ट पीएम रिपोर्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि तन्मय की मृत्यु 3 से 4 दिन पहले ही हो चुकी थी। उसकी मृत्यु डिप्स में चोट और चेस्ट कंजेशन (सोने में जकड़न और पसलियों में चोट की वजह से हुई है। उन्होंने बताया कि शव को पीएम के बाद परिजनों को सीकर गांव रवाना कर दिया गया है। तन्मय का शव घर पहुंचने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने नम आंखों से उसे अंतिम विदाई दी। इसके बाद शव को मां के सीट ले जाया गया। यहां अंतिम संस्कार किया गया ।
अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे। इस मौके पर मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम थी। बोरवेल में फंसे तन्मय को बाहर निकालने में करीब 84 घंटे लग गए। रेस्क्यू टीम रात 3 बजे बच्चे के करीब पहुंच गई थी। सुबह 5 बजे तक शव को बाहर निकाला जा सका। इसके बाद 7 बजे बैतूल जिला अस्पताल में राय को लाया गया। बोर में पानी की वजह से राय गल गया था। 5 डॉक्टरों की टीम ने शव का पीएम किया। पीएम के बाद परिजन शव लेकर गांव रवाना हो गए।
बच्चे के चाचा राजेश साहू ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत दुख की घड़ी है। हमने तो यह सोच रखा था कि सफल होंगे और हमारा बच्चा हमें वापस मिल जाएगा बचाव दल ने इसके लिए दिन-रात प्रयास किया भी पर कहाँ हो गए। अगर हमारे पास ऐसा कोई संसाधन होता, जिससे हम बच्चे को उसी दिन निकाल लेते तो घी बच टीम वर्क बहुत अच्छा रहा, लेकिन हम लेट ही गए।
तन्मय की मौत की खबर मिलते ही मुयमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से आत्मा की शांति और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि अत्यंत दुखद है कि बैतूल के मांडवी गांव में बोरवेल में गिरे नन्हे तन्मय को प्रशासन के अथक प्रयासों के बाद भी नहीं जा सका।ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह बात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूँ।
॥ ॐ शांति ॥दुःख की इस घड़ी में तन्मय का परिवार स्वयं को अकेला न समझे मैं और संपूर्ण मध्यप्रदेश परिवार के साथ है।