– समिति कर्मचारियों पर लगाया कालाबाजारी का आरोप
– परेशान किसानों ने तहसीलदार के सामने दर्ज कराई शिकायत
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
मध्य प्रदेश में अभी भी रासायनिक खाद का संकट जारी है। सीएम के आदेशों के बाद भी किसानों को खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है। जगह जगह खाद के लिए किसानों को लंबी लंबी लाइन लगानी पड़ रही हैं।शिवपुरी जिले के बैराड़ में सोमवार को एक बार फिर किसानों ने खाद नहीं मिलने से परेशान होकर तहसील कार्यालय पर प्रदर्शन कर हंगामा किया।
वहीं किसानों ने बैराड़ में खाद का वितरण कर रही समिति के कर्मचारियों पर खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाया।किसानों ने इसकी शिकायत बैराड़ तहसीलदार प्रेमलता पाल को दर्ज कराते हुए बताया कि करीब 100 किसान यूरिया खाद के टोकन लेने के लिए सोमवार सुबह से बैराड़ तहसील कार्यालय पर बैठे थे। लेकिन समिति कर्मचारी द्वारा केवल 30-40 किसानों को खाद के टोकन बांट कर काउंटर बंद कर दिया। किसानों ने पूछा कि कितने टोकन बांटे गए हैं तो कर्मचारी द्वारा 100 टोकन बांटने की बात बताई गई जबकि किसानों का आरोप है कि समिति कर्मचारियों द्वारा केवल 30-40 को खाद के टोकन बांटे गए हैं। किसानों ने समिति कर्मचारियों पर कालाबाजारी का आरोप लगाया है।
कई किसानों ने बताया कि उन्हें खाद नहीं मिल रहा है। वरिष्ठ अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं परेशान किसानों का कहना है कि कई घंटों की लाइन में लगना पड़ता है इस कारण से उन्होंने अपने खाते की जमीन की किताब और आधार कार्ड लाइन में लगा दिए हैं जिससे उनकी लाइन में उपस्थिति निश्चित हो सके। इस लाइन में कई महिला और बुजुर्ग किसान में लगे देखे गए। महिला किसान का कहना था कि वह सुबह से लाइन में लगी है लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रहा है।