सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है. हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या को बहुत शुभ माना गया है.
सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है. हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या को बहुत शुभ माना गया है. सोमवती अमावस्या के दिन व्रत, पूजन और गंगा स्नान का विशेष महत्व है. अमावस्या के दिन पति की दीर्घायु के लिए भी महिलाएं व्रत आदि रखती हैं.
वहीं, पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए भी इस दिन कई तरह के उपाय किए जा सकते हैं. इस बार माघ माह की अमावस्या तिथि 31 जनवरी, सोमवार दोपहर 02:18 मिनट से शुरू होगी और 1 फरवरी मंगलवार सुबह 11:16 मिनट तक रहेगी. माघ मास में पड़ने के कारण इसे माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है.
धार्मिक ग्रंथों में मौनी अमावस्या को काफी पुण्यदायी माना गया है. हालांकि, गंगा स्नान के लिए मंगलवार का दिन सबसे उत्तम रहेगा, लेकिन सोमवार के दिन पितरों के निमित कुछ जरूर कार्य करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
पितरों को प्रसन्न करने के लिए करें ये कार्य
माघ मास में पड़ने वाली अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त जल में तिल डालें और दक्षिण दिशा की ओर तर्पण करें. ऐसा करने से पितर तृप्त होते हैं. और प्रसन्न होकर वंशजों को आशीर्वाद देते हैं.