दमोह से धीरज जॉनसन
मप्र के दमोह जिले में आज भी ऐसे ग्राम/टोला मौजूद है जो सड़क पहुंच मार्ग से दूर है और यहां के निवासी इन परिस्थितियों में भी रहते है परंतु इनका निराकरण अब तक नहीं हुआ है।
जिला मुख्यालय से करीब 43 किमी दूर करीब 450 से अधिक की आबादी वाला ग्राम ग्वारी टोला तक पहुंचाना एक जोखिम भरा काम है जहां पहले तो एक पथरीला पहाड़ी मार्ग तय करना पड़ता है जिस पर चलना काफी कठिन है परंतु अन्य कोई रास्ता मुख्य सड़क तक न होने के कारण ग्रामीण यहीं से आते जाते है।
यहां तक पहुंचने के लिए कुछ दूरी तक पक्की सड़क है फिर ग्वारी टोला तक जाने के लिए जंगल में करीब डेढ़ किमी उबड़-खाबड़ कच्चा रास्ता तय करना पड़ता है कई बार ग्रामीण यहां के पास की पहाड़ी से चढ़ कर मुख्य सड़क तक पहुंचते है जो कुछ नजदीक है।इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अस्वस्थता के समय लोग अस्पताल तक कैसे जाते होंगे।
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की समस्या को बताते बताते थक चुके है पर सुनवाई नहीं होती, अगर कोई बीमार हो जाए तो उसे खटिया पर ले जाना पड़ता है। गंदगी भी व्याप्त रहती है।यहां तीन हैंडपंप है परंतु गर्मी के मौसम में दिक्कत होती है, आस-पास तालाब भी नहीं है एक प्रायमरी स्कूल है पर शिक्षक भी देर से आते और जल्दी चले जाते है।
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन