पिता ने हैंडीकैम कैमरा नही दिलाया तो गुस्से में पुत्र कानों में हेडफोन लगाकर जा बैठा रेलवे लाइन पर, ट्रेन से कटकर मौत
-रेलवे लाइन पर बैठकर भाई को फ़ोन कर बोला कि कोई गलती हुई हो तो मुझे माफ़ कर देना
-सलामतपुर थाने के रेलवे ओवरब्रिज के पास का
सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की विशेष रिपोर्ट
कभी कभी ज़रा ज़रा सी बात में गुस्सा करना भी इंसान पर कितना भारी पड़ जाता है। इसका उदाहरण सलामतपुर में रविवार की रात देखने को मिला है। जहां एक पुत्र ने अपने पिता से हैंडीकैम कैमरे की मांग कर डाली। पिता ने कहा कि आज रविवार है कल सोमवार सुबह बैंक से पैसे निकालकर तुम्हे वीडियो कैमरा दिला देंगे। लेकिन लड़के को ये बात नगवार गुज़री और रात में ही वह रेलवे लाइन पर हेडफ़ोन लगाकर बैठ गया। और अपने भाई को फ़ोन लगाकर रो रोकर बोला कि मुझसे कोई गलती हुई हो तो मुझे माफ़ कर देना। भाई ने उसको समझाया भी की अगर मुझे भाई मानता है तो वापस आ जा। लेकिन भाई की ट्रेन से कटकर मौत की खबर घर पहुंची। सलामतपुर थाना प्रभारी देवेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि रविवार रात लगभग बारह बजे रेलवे पोंसमेन अंजेश अहीर ने थाने में सूचना दी कि रेलवे ओवरब्रिज के नीचे अपट्रेक तीसरी लाइन के खंबा नम्बर 872 के पास एक युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई है। सूचना पर पुलिस अमला मौके पर पहुंचा तो युवक की पहचान सुनारी रोड निवासी शिवराज विश्वकर्मा पिता गोरेलाल विश्वकर्मा उम्र 24 वर्ष के रूप में हुई। पुलिस ने मर्ग क्रमांक 3/22 का मामला कायमकर विवेचना में लिया है। और शव का पोस्टमार्टम सांची स्वास्थ्य केंद्र में कराकर
परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
डेढ़ लाख रुपए का वीडियो कैमरे नही दिलाने को लेकर उठाया इतना बड़ा कदम–
सुनारी रोड निवासी शिवराज विश्वकर्मा तीन भाइयों और एक बहन के बीच सबसे छोटा भाई था। वह भोपाल की एक प्राइवेट कंपनी में कार्य कर रायसेन व विदिशा शहर के एटीएम में रुपए डालने का कार्य करता था। सब भाइयों में बड़ी बहन ममता विश्वकर्मा की शादी हो चुकी है। बड़ा भाई भोगचंद विश्वकर्मा अहमदाबाद की किसी कंपनी में कार्यरत है। मंझला भाई अंकित विश्वकर्मा खेती बाड़ी का कार्य करता है। और पिता गोरेलाल विश्वकर्मा भी इंदौर शहर की किसी कंपनी में कार्य करते हैं। मृतक के भाई अंकित विश्वकर्मा ने वरिष्ठ पत्रकार अदनान खान को बताया कि छोटे भाई शिवराज को वीडियो ग्राफरी का भी शोक था। उसने रविवार के दिन पिताजी गोरेलाल से कहा कि मुझे डेढ़ लाख रुपए कीमत का हैंडीकैम वीडियो कैमरा चाहिए। पिता ने कहा कि ठीक है आज रविवार है। कल सोमवार सुबह बैंक खुलेगा तो वहां से रुपए निकालकर कैमरा दिला दूंगा। लेकिन रविवार रात को ही शिवराज अपनी स्प्लेंडर मोटरसाइकिल एमपी38 एमई 3123 से गुस्से में रेलवे ओवरब्रिज के नीचे रेलवे पटरियों पर हेडफ़ोन लगाकर जाकर बैठ गया। और मुझे फ़ोन लगाकर रो रोकर बोला कि भैया मुझसे कोई गलती हुई हो तो मुझे माफ़ करना। में बोला कि अगर मुझे भाई मानता है तो वापस घर आ जा। और उसने मोबाइल बंद कर लिया। वो तो घर नही आया आई तो उसके ट्रेन से कटकर मौत की खबर। सूचना मिलते ही परिवार में मातम का माहौल छा गया। पापा, मम्मी, बहन सहित सभी भाइयों का रो रोकर बुरा हाल है।