उवेश खान सिलवानी रायसेन
रायसेन जिले के सिलवानी थाना क्षेत्र के ग्राम खमरिया में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब गांव की लगभग डेढ़ सौ महिलाओं ने अवैध शराब के खिलाफ जंग का बिगुल बजा दिया। भूखी-प्यासी, गुस्से से लबरेज़ ये नारी शक्ति सड़कों पर उतरी और शराब माफिया की सारी हेकड़ी निकाल दी। शाम ढलते ही गांव में सियरमऊ ठेके से छिप-छिपकर लाई जा रही अवैध शराब को इन महिलाओं ने रंगे हाथों पकड़ लिया। शराब के कारोबारियों भगीरथ, गजराज और छोटू को न सिर्फ धर दबोचा, बल्कि उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। ये था वो पल, जब खमरिया की धरती पर शराब माफिया के काले कारनामों को कुचलने का संकल्प लिया गया।
सालों से शराब की लत ने खमरिया को बनाया नरक
गांव की इन बहनों का गुस्सा यूं ही नहीं फूटा। सालों से शराब की लत ने खमरिया को नरक बना रखा था। शराबी दिन-रात गलियों में हंगामा करते, घरों में मारपीट मचाते। बच्चों का भविष्य, परिवार की शांति—सब कुछ इस नशे की भेंट चढ़ रहा था। महिलाओं ने आंसुओं से भरी आंखों और दृढ़ निश्चय के साथ कहा, “अब बस! हमारी चुप्पी को कमज़ोरी न समझें। शराब माफिया ने हमारे घर उजाड़े, हमारे बच्चों का बचपन छीना, लेकिन अब हम चुप नहीं रहेंगी।” रात के 10 बजे तक इन वीरांगनाओ ने ना खाना खाया, ना घर लौटीं, न चूल्हा जलाया। बस एक ही मकसद था गांव को शराब के इस जहर से मुक्त करना।
पुलिस मोके पर पहुंची
महिलाओं की इस लड़ाई में गांव का सभ्य पुरुष समाज भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा। जैसे ही पुलिस को खबर मिली, वो मौके पर पहुंची और पकड़े गए शराब कारोबारियों को हिरासत में लिया। लेकिन महिलाओं का इरादा साफ हे।यह जंग यहीं खत्म नहीं होगी।
महिलाओ की चेतावनी
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर शराब माफिया ने गांव में ये गंदा धंधा बंद नहीं किया, तो वो सीधे क्षेत्रीय सांसद शिवराज सिंह चौहान के पास जाएंगी और इस काले कारोबार की जड़ें उखाड़ फेंकेंगी।
ये सिर्फ खमरिया की कहानी नहीं, बल्कि हर उस गांव की पुकार है, जहां शराब माफिया ने लोगों की ज़िंदगी को नरक बना रखा है। इन महिलाओं ने साबित कर दिया कि जब नारी शक्ति जागती है, तो माफिया कितना भी ताकतवर हो, उसके पांव उखड़ ही जाते हैं। सवाल ये है कि आखिर कब तक शराब का ये जहर हमारे गांवों को बर्बाद करता रहेगा? कब तक माफिया कानून को ठेंगा दिखाता रहेगा?
खमरिया की इन वीरांगनाओं ने तो राह दिखा दी है, अब बाकी समाज की बारी है कि इस जंग में उनका साथ दे और शराब माफिया को जड़ से उखाड़ फेंके! लेकिन अफसोस, इस हिम्मत भरी जंग के बावजूद शराब माफिया का जाल इतना मज़बूत है कि खमरिया की ये बहादुर महिलाएं शायद अकेले इसे तोड़ न पाएं। जब तक सिस्टम और समाज पूरी तरह से साथ नहीं देगा, तब तक ये अवैध शराब का साया गांवों को यूं ही बर्बाद करता रहेगा। क्या इन नारी शक्ति की पुकार फिर से अनसुनी रह जाएगी, और शराब माफिया अपनी काली करतूतों में कामयाब होता रहेगा?
सिलवानी पुलिस पहुंची खमरिया,महिलाओ से की बातचीत
सिलवानी थाना प्रभारी पूनम सविता ने सोमवार की शाम खमरिया खुर्द में पुलिस बल के साथ पहुंचीं टीआई ने ग्रामीण महिलाओं के बीच बैठकर उनकी समस्याएं सुनीं। जनसंवाद में टीआई पूनम सविता ने मौके पर ही महिला समिति के गठन का सुझाव दिया और साथ ही हेल्पलाइन नंबर और थाना सिलवानी का संपर्क नंबर भी दिया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “अगर गांव में कहीं भी अवैध शराब बिकती दिखे, तो मुझे तुरंत खबर दीजिए।” कार्यक्रम के दौरान पुरुषों को भी चेताया गया । अब नशे और अपराध की कोई जगह इस गांव में नहीं बची है। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गांव की बहादुर महिलाओं ने अवैध शराब बेचने वाले तीन युवकों को रंगे हाथों पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। टीआई पूनम सविता ने कहा कि अवैध शराब, जुआ और सट्टा के खिलाफ सिलवानी पुलिस सख्त कार्यवाही करेगी। उन्होंने कहा, “अपराधी अब सावधान हो जाएं, मैं हर गांव में खुद पहुंचूंगी, महिलाओं से मिलूंगी और जनसंवाद करूंगी” खमरिया खुर्द अब सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि महिलाओं के साहस और बदलाव की मिसाल बन गया है।
अब सबाल यह उठता हे कि क्या सिलवानी की पुलिस नही जानती कि कहा शराब का अवैध कारोवार हो रहा हे ठेकेदार कहा अवैध शराब अपने एजेंट्स से बिकवा रहा हे। आबकारी विभाग भी इन सब से अनभिज्ञ हे।उसके शराब ढेकेदार गाँव गाँव अपने वाहनो से शराब एजेंटो तक पहुंचा रहे हे।