उवेश खान सिलवानी रायसेन
जैथारी पुलिस चौकी प्रांगण में होली एवं ईद-उल-रमजान पर्व के मद्देनजर रविवार को शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में नायब तहसीलदार योगेश्वर भारती, चौकी प्रभारी अरविंद पाण्डे, भाजपा मंडल अध्यक्ष पप्पू ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य राकेश उईके, धर्मदास इमने (जनपद सदस्य), महेश ककोड़िया (जनपद सदस्य), शिवराज सिंह (सरपंच), राजेश राय (सरपंच), रामकुमार मेहरा (सरपंच), द्वारका पटेल, भागवत सिंह (पूर्व सरपंच), इस्तियाक खान, कैलाश तुमराम (पूर्व सरपंच), मुनीम सिंह सहित क्षेत्र के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। बैठक के दौरान होली एवं ईद-उल-रमजान पर्व को प्रेम, भाईचारे और सौहार्द के साथ मनाने की अपील की गई, जिससे क्षेत्र में शांति का माहौल बना रहे। नायब तहसीलदार योगेश्वर भारती ने बैठक में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि होलिका दहन बिजली के तारों के नीचे न करें और खेतों से दूर ही होलिका दहन करें, क्योंकि इस समय खेतों में फसलें खड़ी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी तरह के विवाद की स्थिति उत्पन्न न हो, इसका सभी को ध्यान रखना चाहिए। चौकी प्रभारी अरविंद पाण्डे ने कहा कि उन्होंने हाल ही में इस क्षेत्र में चौकी प्रभारी का कार्यभार संभाला है और अब तक किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। उन्होंने सभी से सतर्क रहने की अपील की और कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें। यदि कोई कानून को अपने हाथ में लेता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में चर्चा के दौरान यह निर्णय लिया गया कि होली एवं ईद-उल-रमजान को शांति और सौहार्द के साथ मनाया जाएगा। बैठक में थाना प्रभारी अरविंद कुमार पाण्डे की अध्यक्षता में सामाजिक सौहार्द बनाए रखने और कानून-व्यवस्था को सुनिश्चित करने को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई। थाना प्रभारी ने कहा कि त्योहारों के दौरान शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। भाजपा मंडल अध्यक्ष पप्पू ठाकुर ने प्रशासन और समुदाय के जनप्रतिनिधियों को सुझाव देते हुए कहा कि होलिका दहन का कार्यक्रम 13 मार्च को रात में आयोजित किया जाएगा, जिसमें हर ग्राम से बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि 14 और 15 मार्च को होली खेली जाएगी और उसी दिन जुम्मे की नमाज अदा की जाएगी। इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि – कोई भी किसी व्यक्ति को जबरदस्ती रंग न लगाए। डीजे पर कोई भी अश्लील और भड़काऊ गाने नहीं बजाए जाएं। यदि कोई अप्रिय घटना होती है तो तुरंत प्रशासन को इसकी सूचना दी जाए। शांति समिति के सदस्य प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे और प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क रहेगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि होली और ईद-उल-रमजान के दौरान अश्लील और भड़काऊ गीतों पर रोक लगाई जाएगी, और ऐसा करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।बैठक में उपस्थित समाजसेवी, जनप्रतिनिधि और पदाधिकारियों ने क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रही अवैध शराब बिक्री पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सर्वसम्मति से कहा कि प्रतापगढ़ के आदिवासी अंचल में लगभग हर ग्राम में अवैध शराब बेची जा रही है, जिससे युवा पीढ़ी नशे की चपेट में आ रही है। कई युवा पढ़ाई छोड़ चुके हैं और शराब की लत में डूब गए हैं। अब तक सैकड़ों युवाओं की मृत्यु हो चुकी है, और 8-10% युवा विकलांग हो चुके हैं। शराब के कारण पति अपनी पत्नियों के साथ मारपीट करते हैं। सड़क पर शराब पीकर वाहन चलाने से एक्सीडेंट की संभावना बनी रहती है। क्षेत्र में डर और अशांति का माहौल है।
लोगों ने बताया कि रायसेन जिले के तहसील सिलवानी के प्रतापगढ़ आदिवासी अंचल क्षेत्र में शराब के नशे में सबसे अधिक मृत्यु इस वर्ष हुई हैं। बावजूद इसके, प्रशासन अब तक इस मुद्दे पर मौन बना हुआ है। क्षेत्रवासियों ने कहा कि प्रशासन को कई बार आवेदन पत्र दिए गए, लेकिन हमारी बातें नहीं सुनी जा रही हैं। यदि जल्द ही इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो यूनियन बनाकर तहसील स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि होली और ईद-उल-रमजान के दौरान शराबबंदी अभियान चलाया जाएगा। समाज के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि शरारती तत्व अक्सर शराब के नशे में सौहार्द बिगाड़ने का काम करते हैं, इसलिए यदि अभी से शराब पर रोक लगा दी जाए, तो ऐसी घटनाओं पर काफी हद तक अंकुश लगाया जा सकता है। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं जिला पंचायत सदस्य राकेश उईके ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम समाज के लोग सभी त्योहारों को आपसी समन्वय और भाईचारे के साथ मनाते आए हैं, और अब तक किसी भी त्योहार में कोई विवाद नहीं हुआ है। थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किया जाएगा कि त्योहारों के दौरान शराबबंदी लागू हो। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासी भी शरारती तत्वों पर नजर बनाए रखें और किसी भी अप्रिय घटना की संभावना हो तो तुरंत थाना को सूचित करें, ताकि समय रहते उस पर अंकुश लगाया जा सके। इस बैठक में क्षेत्र के वरिष्ठ समाजसेवी, जनप्रतिनिधि एवं दोनों समुदायों के लोग उपस्थित रहे।