-बड़ा सवाल क्या कर रही थी आखिर पुलिस
सुरेंद्र जैन धरसीवां
तिल्दा नेवरा पुलिस थाना के सामने एक नशे में धुत महिला ने अपने दो माह की बच्ची के साथ ज्वलनशील पदार्थ खुद के ऊपर डालकर आग लगा ली और थाने के अंदर घुस गई आनन फानन में पुलिस ने आग बुझाई और दोनों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर कर दिया लेकिन इस इस घटना ने कई अनुत्तरित सवालों को जन्म दे दिया है आखिर पुलिस थाना के सामने जब इतनी बड़ी घटना हुई तो पुलिस क्या कर रही थी जबकि थाना में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं ।
जानकारी के मुताबिक घटना मंगलवार की देर शाम की है
देवार पारा निवासी महिला जिसका नाम नंदनी बताया जाता है वह अपनी 2 माह की बच्ची के साथ अचानक थाने के सामने पहुंची और ज्वलशील पदार्थ अपने ऊपर डालकर खुद को आग लगा ली आग लगाकर वह थाने के अंदर की ओर जाने लगी तो थाना में खलबली मच गई आनन फानन में पुलिस आग बुझाते हुए तत्काल महिला ओर बच्ची को तिल्दा नेवरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को रायपुर रेफर कर दिया गया।
घटना के संबंध में डीएसपी ग्रामीण कीर्तन राठौर ने बताया कि तिल्दा के देवार पारा निवासी नंदनी सावरा (देवार) पति नानकुन देवार उम्र 25 वर्ष ने देर शाम पुलिस थाना नेवरा के सामने अपने 2 माह की बच्ची के साथ पहुंचकर मिट्टी तेल डालकर अचानक अपने ऊपर आग लगा ली टी आई ने उसे तत्काल आग बुझाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिल्दा भिजवाया दोनों लगभग पंद्रह प्रतिशत झुलस गए हैं खतरे से बाहर हैं महिला नशे में थी दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद इलाज हेतु रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।घटना की जानकारी मिलते ही तहसीलदार भी अस्पताल पहुंचे।
पति पत्नि में विवाद की चर्चाएं
घटना के बाद नगर में इस घटना लो लेकर पति पत्नि के बीच विवाद की चर्चाएं हो रही हैं पति पत्नि के बीच हुए विवाद के बाद अचानक महिला बच्ची के साथ नशे में पुलिस थाना के सामने पहुंची और यह खौफनाक कदम उठाया नेवरा पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सवालों के घेरे में पुलिस
तिल्दा नेवरा सहित जिलेभर के लगभग सभी पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं थाने के सामने कौन आ रहा कौन क्या कर रहा स्पष्ट रूप से दिखाई देता है बाबजूद इसके नशे में एक महिला दो माह की बच्ची के साथ थाना के सामने आती है खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़कती है और फिर आग लगा लेती है और थाने के अंदर जाने लगती है तब जाकर अंदर मौजूद पुलिस वालों को पता चलता है क्या जब यह महिला आई ओर खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क रही थी तब कोई पुलिस कर्मी दौड़कर इसे खुद पर आग लगाने से नहीं रोक सकता था क्या सीसीटीवी में यह सब दिखाई नहीं दे रहा था
गनीमत में कि महिला ओर बच्ची की जान बच गई लेकिन यह घटना पुलिस को सवालों के घेरे में ले आई है
यदि पुलिस थाने के सामने ही इतनी बड़ी घटना को होने से पहले पुलिस रोक नहीं पाती तो क्या मतलब रहा सीसीटीवी का ओर जब थाना के सामने ही इतनी बड़ी घटना को पुलिस समय रहते पहुंचकर रोक नहीं पाई तो कैसे नगर में अपराध रोक पाएगी यह समझ से परे है