सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक के 114वें स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक संध्या एवं स्टॉफ पारिवारिक उत्सव का किया आयोजन
भोपाल।सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया आंचलिक कार्यालय एवं क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल द्वारा बैंक का 114वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. बैंक के संस्थापक सर सोराबजी पोचखानावाला जी के चित्र के समक्ष प्रकाशदीप प्रज्ज्वलन कर एवं पुष्प अर्पण के साथ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया.
अपने उदबोधन में अंचल प्रमुख श्री तरसेम सिंह जीरा ने बताया कि सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इण्डिया सही अर्थों में स्वदेशी बैंक है जो जनता के विश्वास पर टिका है और यह जनता का अपना बैंक है. दिनांक 21.11.1911 को ब्रिटिश बैंकिंग व्यवस्था के विरूद्ध एक नई भारतीय बैंकिंग व्यवस्था को खड़ा करने का निर्णय कोई सामान्य निर्णय नहीं था. जब परिस्थितियां बहुत अधिक प्रतिकूल हो तो संघर्ष भी बड़ा और ऐतिहासिक होता है. सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना का महत्व ऐसा ही सिद्ध हुआ. अपनी महान ऐतिहासिक परम्परा को याद करना और उसे समारोहपूर्वक मनाना प्रत्येक सेन्ट्रलाइट का कर्तव्य है. हमारे राष्ट्र की आजादी के अमृत महोत्सव, सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने में सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया कदम से कदम मिला कर चलने को प्रतिबद्ध है.
बैंक स्थापना दिवस की संध्या पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया के स्टॉफ एवं उनके परिवार के सदस्यों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया. इसमे स्तरीय गीत, संगीत, एकल नृत्य, ग्रुप डांस, कविता पाठ आदि का समावेश रहा. इस मौके पर उपमहाप्रबंधक श्री प्रमोद मिश्रा, श्री डी के पाण्डेय, श्री राकेश शर्मा तथा क्षेत्रीय प्रमुख श्री राजीव रंजन सिन्हा की उल्लेखनीय उपस्थिति रही.
स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर भोपाल नगर के चिकित्सकों के साथ संवाद कार्यक्रम किया गया जिसमें डा. विकास रैकवार एवं डॉ. प्रोमिस जैन ने ह्रदय एवं जठर रोग से बचाव पर अपना संबोधन दिया. इसके अलावा भोपाल आंचलिक कार्यालय परिसर मे स्टॉफ एवं बैंक के ग्राहकों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाया गया जिसमें विशेषज्ञों द्वारा नेत्र, दंत एवं सामान्य रक्त जांच की गई.