रायसेन में मूंग फसल के लिए अपनाई ड्रिप पद्धति, प्रति एकड़ 10 क्विंटल का होगा उत्पादन
शिवलाल यादव
रायसेन।रायसेन जिले के ग्राम नकतरा मुंगलिया तिकोदा सिरसौदविकासखंड सिवनी के कृषक दिनेश ठाकुर जिन्होंने मूंग फसल ड्रिप सिंचाई पद्धति से लगाई है। यह अपने आप में एक अनूठा प्रयोग है। प्रायः ड्रिप सिंचाई पद्धति का प्रयोग फल उद्यान में एवं सब्जियों की खेती में किया जाता है। इस सिंचाई पद्धति से पानी बूंद-बूंद कर पौधों की जड़ों के पास पानी निर्धारित मात्रा में ही गिरता है। जिससे पानी की भरपूर बचत होती है।
निरीक्षण करने पहुंचे कृषि विभाग के अधिकारी
किसान दिनेश ठाकुर के खेत का निरीक्षण करने पहुंचे उप संचालक कृषि एनपी सुमन को कृषक ने बताया कि उन्होंने लगभग 10 एकड़ में मूंग की फसल ली है। प्रति एकड़ उन्होंने 6 KG बीज का प्रयोग किया था। जिसमें शुरुआती अवस्था में एनपीके उर्वरक का उपयोग आधार डोज के रूप में किया गया था।
ड्रिप सिस्टम के बारे में बताते किसान चैन सिंह मीणा ,शिवराज सोलंकी ने कहा है कि ड्रिप से सिंचाई करने पर कम पानी में उन्होंने अधिकतम क्षेत्र की सिंचाई की है। इसके साथ ही निंदाई की समस्या का भी निदान ड्रिप सिस्टम सिंचाई से हुआ है। 8-10 क्विंटल उत्पादन में प्रति एकड़ प्राप्त होने की संभावना है। इस प्रकार 10 एकड़ की कुल 80-100 क्विंटल उत्पादन प्राप्त होगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य 7196 रुपए के आधार पर कृषक को कुल 6 से 7 लाख रुपए की कुल आय प्राप्त होगी।
5 से 6 लाख रुपए का शुद्ध मुनाफा…..
कृषि विज्ञान केंद्र नकतरा के डॉक्टर स्वप्निल दुबे ने बताया किफसल ब लागत को घटा देने पर किसानों को शुद्ध 5 से 6 लाख रुपए शुद्ध मुनाफा प्राप्त होगा। वहीं जिले के किसानों को इस पद्धति को अपनाने की बात भी कही है। ताकि जिले के किसान कम लागत में अच्छी फसल प्राप्त कर सकें।