मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
रायसेन जिले सांची विकासखंड के अंतर्गत आने वाले अशोक सम्राट हलाली डेम का जलस्तर बढ़ने पर रविवार सुबह 8 बजे 1 मीटर तक सभी 5 चैनल गेटो को खोला गया है। जिससे 445 क्यूसीक पानी छोड़ा जा रहा है। जबकि एक दिन पहले शनिवार को तीन चैनल गेट खोले गए थे। गेटो के खोलने से लगातार कोंसाखेड़ी वाली नदी में पानी जा रहा है। जिससे नदी चढ़ी हुई है।
हलाली डैम के कैचमेंट एरिया में लगातार 2 दिन से भारी बारिश हो रही है। हलाली डैम 100% भर चुका है। लेवल बनाने के लिए लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इसी तरह बारिश होती रही तो चैनल गेटों को 1 मीटर से ज्यादा बढ़ाया जा सकता है। चैनल गेट से जहां पानी गिर रहा है वह पुरा दूधिया की तरह दिख रहा है इसका लुफ्त उठाने के लिए रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण पर्यटक ज्यादा संख्या में हलाली डैम पहुंचे। सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने भी पहले से ही इंतजाम कर रखा था ताकि कोई अनहोनी ना हो सके। पुलिस बल 2 दिन से हलाली डैम पर पर्यटकों ध्यान दे रहे हैं।
बता दें कि सम्राट हलाली डैम में किसानों की खरीफ की फसल हर साल डूब में आने से खराब होती आ रही थी। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता रहा था। इस समस्या को देखते हुए सरकार ने हलाली डेम के ओवरफ्लो वाले स्थान पर 5 चैनल गेट का निर्माण कार्य कार्य दो महीने पहले ही कराया गया था। निर्माण कार्य में लगभग 25 करोड़ रुपए की लागत आई है। इसके लिए 12 मीटर ऊंचाई वाले 5 पिलर का निर्माण कार्य कराया गया है।
सम्राट अशोक हलाली डैम का जल स्तर बढ़ने से इन 5 गेटों से 1750 क्यूसेक पानी छोड़ा जा सकेगा। इस निर्माण से 27 गांवों के किसानों की 1500 हेक्टेयर जमीन में बोई गई खरीफ की फसल को डूबने से बचाया जा सकेगा। इतना ही नहीं, फसल खराब होने के अलावा निनोद और कायम पुर गांव के रास्ते बारिश के समय में डूब में आ जाने के कारण गांव टापू बन जाया करते थे। अब इन गांवों के रास्ते भी डूब में नहीं आएंगे इससे बारिश के दिनों में यहां से आवागमन चालू रहने लगेगा।
पिलर के ऊपर छत डालकर एक 57.50 मीटर लंबाई बाला ब्रिज का निर्माण भी किया गया है। यह ब्रिज सिंचाई परियोजना के कर्मचारियों के उपयोग के लिए ही रहेगा। यहां से आम लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। विभागीय कर्मचारी इस ब्रिज का उपयोग गेट की मॉनिटरिंग से लेकर सभी आवश्यक कामों के लिए कर पाएंगे। अलग से राशि स्वीकृत कराकर आम लोगों के लिए डाउन स्ट्रीम में दूसरा ब्रिज बनाया गया है। जिससे आम लोग आ जा सकते हैं।