बाद में आते हैं और पहले निकल जाते हैं टीचर
बीईओ ने जारी किया कारण बताओ नोटिश
दिल्ली की घटना से सबक नहीं
सुरेंद्र जैन धरसींवा
लगता है दिल्ली की घटना से शासकीय स्कुलो के शिक्षक शिक्षिकाएं भी कोई सबक नहीं ले रहे हैं तभी तो दिल्ली की घटना के बाद भी कन्हरा गांव में स्कूल खोलने व बन्द करने का काम कोई और नहीं बल्कि स्कूली छात्र छात्राए कर रहे हैं ओर शिक्षक शिक्षिकाएं स्कूल खुलने के बाद आते हैं व बन्द होने के पहले चले जाते हैं ऐंसे में इस बीच यदि कोई अप्रिय घटना घटित हो जाए तो जिम्मेदार कौन होगा यह बड़ा सवाल है।
बुधवार की शाम कन्हरा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला के सामने से निकलते समय जब इस प्रतिनिधि की नजर गेट पर ताला लगा रहे छात्रों पर पड़ी और आसपास कोई शिक्षक शिक्षिकाएं दिखाई नहीं दिए तब इस प्रतिनिधि ने उन्हें ताला लगाते हुए कैमरे में कैद किया और उनसे चर्चा की छात्रों ने बताया कि स्कूल में ताला वही लगाते हैं टीचरों के बारे में पूंछने पर उन्होंने बताया कि वह तो चले गए स्कूल खोलने को लेकर छात्रों ने बताया चावी एक छात्रा के घर रहती है सुबह वह ताला खोलती है यानी स्कूल खोलने ओर बन्द करने का काम स्कूली छात्र छात्राओं के जिम्मे है जबकि टीचर बच्चो के द्वारा स्कूल खोलने के बाद पहुचते हैं और बन्द होने के पहले चले जाते हैं।
दिल्ली की घटना से सबक नहीं
हाल ही में दिल्ली में हुई घटना से भी कोई सबक नहीं लिया जा रहा है जबकि बारिस के मौसम में गांव में खेत खलिहानों खुले मैदानों के बीच जहां स्कूल स्थित हैं वहां अप्रिय घटनाओं का हमेशा डर बना रहता है कारण यह कि बारिस के समय जहरीले सर्प या गड्डो में पानी भरने से गड्डो का दिखाई न देना एवं बारिस के समय करेंट फैलने का भी खतरा होता है ऐंसे में जिम्मेदारों के बिना छात्र छात्राओं का स्कूल खोलना ओर जिम्मेदारों का बाद में स्कूल आना एवं शाम को जिम्मेदारों का पहले चले जाना व छात्र छात्राओं द्वारा बाद में ताला लगाना खतरों से खाली नहीं यदि ऐंसे में कभी कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो जिम्मेदार कौन होगा यह बड़ा सवाल उठना लाजमी है
बीईओ ने कहा कारण बताओ नोटिश जारी करेंगे
इस प्रतिनिधि ने जब इस मामले में बीईओ धरसींवा एम मिंज से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि यह गंभीर विषय है आज ही हम वहां के टीचरों को कारण बताओ नोटिश जारी करेंगे और जांच कर समुचित कार्यवाही करेंगे।