श्री रामचरितमानस विद्यापीठ द्वारा कथा व्यास को किया सम्मानित
उदयपुरा/रायसेन। समीपस्थ ग्राम खिरिया में शिव पंचायतन प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही भागवत कथा का आयोजन किया गया । जिसमें नर्मदा क्षेत्र के विद्वानों द्वारा प्रतिष्ठा कार्य संपन्न किया । इस अवसर पर आयोजित भागवत कथा का वाचन कथा व्यास पंडित नरेश शास्त्री ने किया ।ग्रामवासी एवं क्षेत्र के लोगों ने उत्साह पूर्वक कार्यक्रम में सहयोग किया! जिसमें व्यवस्था जयप्रकाश शर्मा एवं नंदू विश्नोई द्वारा की गई।
विश्राम दिवस पर कथा व्यास नरेश शास्त्री ने भागवत में वर्णित सुदामा चरित्र का विस्तार से वर्णन करते हुए कहां की हमेशा मित्रता श्रेष्ठ जनों से करना चाहिए आपने परीक्षित मोक्ष एवं नाम संकीर्तन के प्रभाव का भी सुंदर वर्णन किया सुंदर प्रेरक भजनों की संगीतमय प्रस्तुति से श्रोताओं को भावविभोर किया ,कथा व्यास की दक्षिणा के रूप में आपने श्रोताओं से कहा कि आप मुझे कथा की दक्षिणा में अपने जीवन की नशा एवं जुआ सट्टा की बुरी आदतों की बुराई भेंट कर दें यही सबसे बड़ी मेरे कथा कहने की सार्थकता होगी ,जीवन में व्यसन नशा के रूप में कई पाप करा देता है! एवं सत्संग कथा श्रवण से हमें पुण्य की प्राप्ति होती है, कथा व्यास का श्रीरामचरितमानस विद्यापीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता चतुर नारायण रघुवंशी द्वारा साल श्रीफल एवं सद साहित्य भेंट कर सम्मानित किया ,अपने उद्बोधन में आपने कहा कि नर्मदा क्षेत्र में कृष्ण कथा एवं राम कथा के बड़े सुंदर व्याख्या कार है ,पंडित नरेश शास्त्री द्वारा वैशाख के पवित्र मास में छोटे से ग्राम में भागवत कथा के माध्यम से हम सब लोगों को सत्संग श्रवण करा कर पुनीत कार्य किया है, हम सब उनका अभिनंदन करते हैं, विश्राम दिवस पर खिरिया, पचामा, रहमा, भुआरा सहित विभिन्न अंचलों से पधारे हुए श्रोताओं द्वारा कथा श्रवण किया ,कन्या भोज एवं भंडारा के साथ आरती एवं प्रसाद का वितरण हुआ