रायसेन में बेलगाम हुई कानून व्यवस्था..!!कही मेडिकल संचालक से लूट तो कही घर के सामने खड़ी कार में लगा दी आग
रायसेन- शांति के टापू कहे जाने में मप्र के दिल रायसेन जिला मुख्यालय में इन दिनों कानून व्यवस्था चरमरा गई है। रायसेन कोतवाली क्षेत्र में रोजाना बढ़ती चोरी की घटनाओं से परेशान आम नागरिक अब लूट और जुए सट्टे सहित अन्य प्रकार के अपराधों से त्रस्त हैं। बीती रात रायसेन के प्रतिष्ठित मेडिकल संचालक के साथ हुई लूट की बारदात ओर नगर की पाश कालोनी हाउसिंग बोर्ड कालोनी में घर के सामने खड़ी नई स्विफ़्ट कार में आग लगने की घटना से सनसनी का माहौल है। आरोप है कि अज्ञात लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया ओर मौका पाकर फरार हो गए।
वही रायसेन में मेडिकल व्यापारी के साथ लूट की वारदात हो गई। रात में शॉप बंद कर घर लौटते समय तीन बदमाश 35 हजार रुपए लूटकर फरार हो गए। व्यापारी दीवान सिंह गौर ने बताया कि मंगलवार रात मेडिकल शॉप बंद कर अपने गांव जा रहा था। रतनपुर से जैसे ही भीतर घुसा रास्ते में पत्थर रखे हुए थे। साइड से कार को निकालने की कोशिश की तो पहिया गड्ढे में चला गया और कार बंद हो गई।इसी दौरान अचानक ने तीन बदमाश आए और मुझ पर हमला कर दिया। हमले में कार के आगे का कांच टूटकर बिखर गया। मैं कुछ समझ पता इसके पहले वे साइड की सीट पर रखा पैसों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। बैग में 35 हजार रुपए रखे थे। घटना के बाद व्यापारी यहां से वापस रायसेन पहुंचा और अज्ञात लुटेरों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया। बुधवार को एएसपी अमृत मीणा, एसडीओपी आदित्य भावसार, थाना प्रभारी आशीष सप्रे टीम और व्यापारी के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटना रीक्रिऐशन भी किया।दअरसल जिला मुख्यालय पर पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियो का डर रायसेन कोतवाली के स्थानीय आलमे को नही है या फिर जिले के एसपी का कोरोना पॉजिटिव होने पर स्थानीय पुलिस की यह लापरवाही दिख रही हैं। खैर दोनो मामलों में कोतवाली पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं लेकिन आम लोगो के जहन में यही सवाल हैं कि आखिर जिला मुख्यालय पर अपराधियो के जब इतने होशले बुलन्द हैं तो आखिर जिले के दूरस्थ इलाको का हाल क्या होगा। क्षेत्र के लोगो ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी एवं जिले के एसपी सहित आईजी डीआईजी से जिले में कानून व्यवस्था सुधारने की मांग की हैं।