सुरेन्द्र जैन धरसींवा
इंटक के प्रदेश उपाध्यक्ष कमल बांधे ने कहा कि उधोगो में छत्तीसगढ़िया ग्रामीण मजदूरों विशेषकर हमारी श्रमिक माताओ बहिनो का आर्थिक शोषण अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
सांकरा में आयोजित श्रमिक सम्मान समारोह में इंटक के प्रदेश उवाध्यक्ष बांधे ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि हमारे ही क्षेत्रवासियों की भूमि पर औधोगिकीकरण हुआ और हमारे ही क्षेत्र के मजदूर भाइयो बहिनो को आज तक अधिकांश उधोगो में शासन द्वारा निर्धारित मजदूरी नहीं मिलती ।
इंटक के नवनियुक्त ब्लॉक अध्यक्ष दुर्गा प्रशाद बंजारे ने कहा कि सिलतरा उरला तिल्दा आदि के अधिकांश उधोगो में लेबर ठेकेदारों द्वारा एक तरफ जहां उधोगो में काम करने वाले श्रमिको को निर्धारित से आधी मजदूरी दी जा रही है तो वही लेबर ठेकेदार श्रमिको को राशन आदि सामग्री खरीदने नगदी राशि न देकर अपनी एक चयनित दुकान से ही किराना बर्तन गैस कपड़े जूते चप्पल आदि सभी सामग्री लेने को मजबूर करते हैं ओर वह दुकानदार डेढ़ दो गुना रेट से सामान की राशि जोड़कर मजदूरों के पेमेंट के समय पेमेंट से कटकवाकर ले आता है बाद में ठेकेदार को उसका कमीशन देता है इस तरह मजदूरों का डबल शोषण होता है और छत्तीसगढ़िया लोगो की दुकाने भी नहीं चलती ठेकेदारों की इस मनमानी को बंद कराने वह जल्द ही श्रमायुक्त को ज्ञापन सौपेंगे।
कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष कमल बांधे ने स्थानीय श्रमिको पत्रकारों व श्रमिको के बच्चो का सम्मान भी किया।