रामभरोस विश्वकर्मा , मंडीदीप रायसेन
वन विभाग जंगल को हरा भरा रखने के लिए पोधे लगाए जाते है।लाखो करोड़ों रुपए खर्च भी किए जाते है।पर चिकलोद रेंज में कुछ और ही देखने को मिल रहा है।बड़े स्तर पर चिकलोद रेंज के वनों के आस पास ईट के बड़े बड़े भट्टे लगाए जाते है।कई स्थानों पर तो वन भूमि को बड़े स्तर पर खोदकर ही ईट का कारोबार खुलेआम करते दिखाई नजर आते है। एक ईट भट्टा संचालक ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया की वन विभाग के अधिकारियों को एक मुस्त पैसा सहित ईट भी दी जाती है।जिसके कारण हमे कोई दिक्कत नही आती है। यह हकीकत है।की वनों को हरा भरा बनाने का दावा सिर्फ कागजों तक ही सीमित दिखाई नजर आता है।यदि चिकलोद रेंज के वनों के आस पास लगे भट्टो की जांच की जाए तो हकीकत साफ़ जायेगी की अधिकारी वनों को हरा भरा नहीं मिटाने पर तुले है।इनको सिर्फ पैसा चाहिए बनो की हरियाली ओर सुरक्षा से इनका कोई नाता नहीं है।
वनों के आस पास की भूमि से हो रही कटाई खेती के लिए बना रहे भूमि
चिकलोद रेंज की अधिकाश वन भूमि पर यह कार्य जोरों पर चल रहा है।वन कर्मियों की मिलीभगत से वन विभाग के टूटो से आगे निकलकर खेती की जा रही है। वनों के पेड़ो को काटा जा रहा है।