ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी अब इस दुनिया में नहीं हैं. हेलिकॉप्टर क्रैश में उनकी जान चली गई. रईसी की मौत को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं. साजिश के तहत उनकी मौत हुई या वह सच में हादसे का शिकार हुए, ये तो जांच के बाद ही सामने आएगा, लेकिन क्रैश से जुड़ीं 5 थ्योरी सामने आई है. कई मीडिया रिपोर्ट्स और एक्सपर्ट के दावों को खंगालने के बाद ये थ्योरी साामने आई हैं.
कौन सी हैं वो थ्योरी?
पहली थ्योरी ये कि जिस हेलिकॉप्टर में रईसी सवार थे. क्या उसके रोटर इस यात्रा से ठीक बदले गए. 4 की बजाय 2 रोटर वाले हेलिकॉप्टर से रईसी अजरबैजान पहुंचे, क्योंकि 2 रोटर वाले हेलिकॉप्टर में 8 पैसेंजर को ले जाने की परमिशन नहीं होती, जबकि रईसी के हेलिकॉप्टर में पायलट समेत 9 लोग सवार थे.
अगर बात दूसरी थ्योरी की करें तो ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई के बेटे ने आरोप लगाया है कि प्रेसिडेंट रईसी के हेलिकॉप्टर को क्रैश करने के लिए डायरेक्ट एनर्जी वेपन या फिर स्पेस लेजर का इस्तेमाल किया गया, ताकि किसी को भनक भी नहीं लगे और आसमान में ही हेलिकॉप्टर मार गिराया गया.
बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रही तीसरी थ्योरी
हेलिकॉप्टर क्रैश से जुड़ी तीसरी थ्योरी तो बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रही है. वो ये कि ईरान के सरकारी रिकॉर्ड से 19 मई का मौसम डाटा डिलीट कर दिया गया. दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया जा रहा है कि जिस वक्त रईसी ने अजरबैजान से उड़ान भरी तब मौसम साफ था. मगर चंद किलोमीटर बाद तूफान-बारिश और कोहरा छा गया. लेकिन इसकी जानकारी सैटेलाइट वेदर रिपोर्ट में नहीं बताई गई.
चौथी थ्योरी हेलिकॉप्टर में रेडिया सिग्नल के ऑफ होने की या फिर उसमे टेक्निकल फॉल्ट होने की बताई जा रही है. दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि क्रैश से पहले हेलिकॉप्टर का रेडिया सिग्नल ऑफ था. अब इसे पायलट ने ऑफ किया या फिर इसमें कोई टेक्निकल दिक्कत हुई. फिलहाल इस पर सस्पेंस बरकरार है, क्योंकि पायलट ने हादसे से पहले ATC से कोई बातचीत नहीं की.
पांचवीं थ्योरी रूस के दावे पर आधारित है. वो ये कि रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश में इजरायल और पश्चिमी देशों का हाथ है, क्योंकि जिस इलाके में हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ वो मोसाद का गढ़ है. लिहाजा ब्रिटेन या फिर NATO के इशारे पर मोसाद ने बड़े ही शातिरानी अंदाज में हेलिकॉप्टर को क्रैश किया.
ईरान की सरकारी मीडिया ने बताया, देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से के कोहरे वाले पहाड़ी क्षेत्र में हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कुछ घंटों बाद राष्ट्रपति रईसी, देश के विदेश मंत्री और कई अन्य अधिकारी सोमवार को मृत पाए गए. रईसी 63 साल के थे. उनका दल रविवार को अजरबैजान-ईरान सीमा पर एक इलाके की यात्रा से लौटने के बाद तबरीज शहर की ओर जा रहे थे.