इंदौर। प्रदेश के राजस्व संग्रहण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में राजस्व संग्रहण में सफलता हासिल हुई है। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 के मार्च माह में 2290 करोड़ रुपये जीएसटी राजस्व प्राप्त हुआ था, इसकी तुलना में चालू वित्तीय वर्ष में माह मार्च में जीएसटी अंतर्गत 3331 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ, जो पूर्व वर्ष से 46 प्रतिशत अधिक है। जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने के उपरान्त किसी भी माह में प्राप्त जीएसटी की यह सर्वाधिक राशि तथा सर्वाधिक वृद्धि है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में माह जनवरी से मार्च की अवधि में 6832 करोड़ रुपये का जीएसटी राजस्व प्राप्त हुआ था, जिसकी तुलना में चालू वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में 9637 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो तुलनात्मक रूप से 41 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार माह मार्च, 2024 तक जीएसटी से कुल 33 हजार 110 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो पूर्व वर्ष से 26 प्रतिशत अधिक है।
पंजीयत व्यवसायियों की संख्या में वृद्धि के लिए सभी जिलों की जनसंख्या एवं आर्थिक स्थिति के आधार पर पंजीयन के लक्ष्य निर्धारित किए गए। समस्त वृत्त कार्यालयों में इस पंजीयन अभियान के तहत पूर्ण तत्परता के साथ कार्य करते हुए अपंजीयत व्यवसाईयों को पंजीयत करने का कार्य किया गया। इसी का परिणाम है कि, वर्तमान में प्रदेश में पंजीयत व्यवसाईयों की कुल संख्या 5 लाख से भी अधिक पहुंच चुकी है।