भूटान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया है. भूटान नरेश ने प्रधानमंत्री मोदी को भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ ड्रुक ग्यालपो देते हुए भारत को तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बताया है. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है. उन्होंने ये भी कहा कि भारत 2030 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भूटान सरकार को धन्यवाद दिया और कहा कि उनका सम्मान देश की 140 करोड़ की जनता का सम्मान है.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भूटान में पारो हवाईअड्डे पर उतरे तो भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. पीएम मोदी के सम्मान में भूटानी सशस्त्र बलों द्वारा भव्य गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. 21 मार्च को होने वाली यात्रा को पारो हवाई अड्डे पर प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण स्थगित कर दिया गया था. लेकिन 22 मार्च को उनके सम्मान में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई.
भूटान-भारत में द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी भूटान में दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरान दोनों देशों में द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर वार्ता होने वाली है. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि वह द्विपक्षीय और क्षेत्रीय चिंताओं से जुड़े विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा को आगे बढ़ाने लिए उत्सुक हैं. पीएम मोदी ने भूटान नरेश चतुर्थ ड्रुक ग्यालपो और प्रधानमंत्री के साथ वार्ता में शामिल होने की आशा व्यक्त की.
भारत आए थे भूटान के प्रधानमंत्री
पीएम मोदी की भूटान यात्रा की तैयारी के लिए पारो हवाईअड्डे पर कई इंतजाम किए गए थे. भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने हाल ही में 14 से 18 मार्च तक भारत की यात्रा की थी. जनवरी 2024 में पदभार ग्रहण करने के बाद उनकी यह पहली विदेश यात्रा थी. अपने प्रवास के दौरान उन्होंने अलग-अलग कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री मोदी और उद्योग जगत के कई नेताओं के साथ चर्चा की थी.
भूटान के निमंत्रण के बाद पहुंचे पीएम
प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने पहले भूटान नरेश की ओर से पीएम मोदी को अपने देश आने का निमंत्रण दिया था, जिसे भारतीय प्रधानमंत्री ने आदरपूर्वक स्वीकार कर लिया. यह सौहार्द्र दोनों देशों के राजनयिक संबंधों के महत्व को रेखांकित करता है.