– कृषि वैज्ञानिकों ने कहा- खेतों में सिंचाई व नमी रखे, किसानों को आवश्यक सलाह
– रविवार को सुबह 11 बजे तक छाया रहा कोहरा
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी जिले में इस समय कड़ाके की ठंड देखी जा रही है। इस बीच रविवार को 11:00 बजे तक कोहरा छाया रहा। जिले में कोहरा छाने के बीच अब इस समय पड़ रही सर्दी से फसलों पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। शिवपुरी कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ एमके भार्गव ने बताया कि इस समय कोहरे के कारण मटर, चना, मूंग और टमाटर की फसलों को नुकसान हो सकता है इसलिए कृषकों के लिए कृषकों को आवश्यक ध्यान देना चाहिए। कृषि वैज्ञानिक डॉ एमके भार्गव ने किसानों के लिए कुछ कृषि परामर्श जारी किया है।
कृषि वैज्ञानिक डॉ एमके भार्गव ने बताया कि आसमान साफ रहने, तापमान अधिक गिरने, हवा नहीं चलने पर पाला पड़ने की आशंका होती है। ऐसी दशा में सरसों, टमाटर अन्य फसलों को पाले से बचाव के लिए खेत के उत्तर-पूर्व दिशा में सावधानी पूर्वक कचरा, कूड़ा जलाकर रात्रि में धुंआ करे। खेत में सिंचाई व नमी रखे। घुलनशील गंधक 2 ग्रा/लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
फसलों को बचाव के लिए किसान यह तकनीक अपनाएं-
– गेंहू में प्रथम सिंचाई बोने से 20-25 दिन के अंतराल मे शुरु करें। खरपतवारों की समस्या होने पर सल्फोसल्फुरॉन 75त्न + मेटसल्फुरॉन 5त्न डव्लू.जी. (रेडीमिक्स) की व्यापारिक मात्रा 40 ग्राम प्रति हैक्टर 500-600 लीटर पानी मे मिलाकर छिड्काव करें तथा शेष नत्रजन की मात्रा की पूर्ति यूरिया के भुरकाव से करें।
-सरसों में बादलों की स्थिति बने रहने पर माहू की समस्या आ सकती हैं अत: दिखाई देने पर इमिडाक्लोरप्रिड या एसिटामाईप्रिड 0.5 मि.ली/ग्रा. प्रति लीटर पानी के मान से छिडकाव करें।
– चना के फसल 6-8 इंच की होने पर खुटाई (निपिंग) 3-5 से.मी. तक करें। जिससे शाखाओं मे वृदि होती हैं। इल्ली की समस्या से बचाब के लिये टी आकार के 2.5 से 3 फीट उचॉई की 40-50 की खूटीयॉ या 5-6 फेरोमेन ट्रेप प्रति हेक्टर लगायें।
11 बजे तक छाया रहा कोहरा-
जिले में इस समय कड़ाके की ठंड देखी जा रही है। रविवार को मौसम के मिजाज कुछ ऐसे बिगड़े कि सुबह 11 बजे तक कोहरा छाया रहा। सुबह 12 बजे हल्की धूप निकली। इस बीच आसमान में बादल छाए रहे। पूरा दिन ठिठुरन में गुजर गया। रविवार को स्थिति यह रही कि सुबह 8 बजे दिन निकलने के बाद भी सड़क पर 50 मीटर दूरी का कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। दुर्घटना से बचने के फेर में वाहन चालक दिन में भी लाइट जलाकर चल रहे थे, ताकि कोहरे की धुंध में उनके वाहन की लाइट सामने से आने वाले दूसरे वाहन को नजर आ जाए तथा हादसा न हो।
डॉक्टरों ने भी कहा- इस सर्दी में रखें अपना ख्याल-
इन दिनों पड़ रही कड़ाके की सर्दी के बीच जहां आमजन की हालत खराब है, वहीं यह मौसम दिल के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक है।
शिवपुरी जिला चिकित्सालय के पूर्व सिविल सर्जन डॉ गोविंद सिंह का कहना है कि ऐसे मौसम में हार्ट व शुगर के मरीजों को विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसे मौसम में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए कोशिश करें कि आग आदि जलाकर शरीर को गर्म रखें। इसके अलावा सुबह रजाई या कंबल से निकलकर सीधे ही हवा में न जाएं। पहले कुछ देर तक पलंग पर ही बैठकर अपने तापमान से शरीर के टेम्परेचर को मेंटेन होने दें।