मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
भोपाल विदिशा हाईवे 18 पर स्थित बालमपुर घाटी पर गुजरी रात एक बड़ी दुर्घटना हो गई इसमें चार लोग मामूली रूप से घायल हो गए तो एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात 9 बजे के लगभग बालमपुर घाटी उतर रहे ट्रक के ब्रेक फेल हो गए ब्रेक फेल होने के कारण ट्रक ने अपने आगे चल रहा है चार वाहनों को अपनी चपेट में लेते हुए 10फीट गहरी खाई में जाकर पलट गया जिसमें एक स्कॉर्पियो, एक ग्लैंजा कार एक प्लैटिना मोटरसाइकिल और एक अन्य ट्रक को चपेट में लेते हुए खाई में जाकर पलट गया जबकि स्कॉर्पियो पेड़ से टकराकर रुक गई दूसरी कार रेलिंग से टकराकर रुक गई ट्रक की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इसकी चपेट में मोटरसाइकिल और अन्य दो कार्य पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई कार में बैठे तीन व्यक्ति मामूली रूप से घायल हो गए जबकि मोटरसाइकिल पर सवार एक महिला और उसका पति भी गंभीर रूप से घायल हो गया सभी को एंबुलेंस से भोपाल अस्पताल ले जाया गया जहां पर पल्लवी पति हल्के राम उम्र 21 वर्ष निवासी डगरवाड़ा जिला विदिशा की रहने वाली महिला की मौत हो गई जबकि अन्य चार घायलों उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई जहां पर दुर्घटना हुई उस जगह पर पहले से ही एक ट्रक खराब खड़ा हुआ था गनीमत रही उस ट्रक में कोई वाहान नहीं टकराया नहीं तो एक और बड़ी दुर्घटना हो सकती थी दुर्घटना होने से भोपाल विदिशा हाईवे पर 3 घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही सुखी सेवनिया पुलिस घटनास्थल पर पहुंची वहां पर एएसआई कांतिलाल सुनहरे ,सत्यनारायण तिवारी, हेमराज राठौर, संजीत बेदी और रामेश्वर चौरसिया द्वारा रोड पर पड़े वाहनों को एक तरफ करवाया गया इसके बाद धीरे-धीरे ट्राफिक को निकाला गया 3 घंटे की मशक्कत के बाद भोपाल विदिशा हाईवे खुल पाया।
बालमपुर घाटी पर हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं इस घाटी पर हर एक-दो दिन में बड़ी दुर्घटनाएं हो रही है इसमें कई लोग घायल हो चुके हैं तो कई लोगों की अभी तक मौत भी हो चुकी है इसके बावजूद भी घाटी का चौड़ीकरण नहीं किया जा रहा है जबकि एक तरफ टूटी फूटी रेलिंग लगा रखी है तो दूसरी तरफ पहाड़ है जब कोई वाहन उतरते समय या चढ़ते समय अनियंत्रित होगा तो वाहन या तो पहाड़ से टकराएगा या 20 फीट गहरी खाई में जाकर गिरेगा इस घाटी को ग्रामीण क्षेत्र के लोग खूनी घाटी कहने लगे हैं क्योंकि इस घाटी पर ज्यादा दुर्घटना होती है साल भर में अभी तक इस घाटी पर 70 दुर्घटनाएं हो चुकी है जिसमें दो महिलाओं की मौत हो चुकी है तो कई लोग
घायल हो चुके हैं इसमें ज्यादातर लोडिंग के वाहन होते हैं जो घाटी पर चढ नहीं पाते हैं या उतरते समय ब्रेक फेल हो जाते हैं बालमपुर घाटी के आसपास के ग्रामीण कई वर्षों से भोपाल विदिशा हाईवे 18 को फोर लाइन करने की मांग कर रहे हैं इसके बावजूद भी इस रोड को फोर लाइन में तब्दील नहीं किया जा रहा है जिससे इस रोड पर दुर्घटनाएं दिन रात होती रहती है भोपाल से लेकर त्रिमूर्ति सलामतपुर चौराहे तक लगभग 35 किलोमीटर मार्ग पर रोज दुर्घटनाएं हो रही है 1 साल में कई लोगों की मौत हो चुकी है रोज हजारों की संख्या में बारिश रोड से होकर गुजरते हैं कुछ दिन पहले इसी रोड पर तीन पत्रकारों की दुर्घटना में मौत हुई थी जिसका संज्ञान मुख्यमंत्री ने भी लिया था इसके बाद भी इस रोड पर कोई ठोस कार्य नहीं हुआ जिससे दुर्घटनाएं रुक सके