चार राज्यों में प्रचंड जीत के बाद भी राज्यसभा में बहुमत से दूर रहेगी BJP, आम आदमी पार्टी के बढ़ेंगे सांसद
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं. सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली है. वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी ने एक तरफा जीत हासिल की है. पांच राज्यों के नतीजों का असर राज्यसभा की सीटों पर साफ तौर से देखने को मिलेगा. चार राज्यों में जीत हासिल करने के बावजूद बीजेपी संसद के नीचले सदन में बहुत के आंकड़े से दूर रहेगी. वहीं पंजाब में जीत का फायदा आम आदमी पार्टी को मिलेगा. समाजवादी पार्टी भले ही उत्तर प्रदेश में हार गई हो, लेकिन पिछली बार के मुकाबले ज्यादा सीट जीतने का लाभ उन्हें राज्यसभा में मिलने जा रहा है.
2022 में राज्यसभा के 75 सदस्य अपने कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. इसमें 7 नॉमिनेटेड सदस्य भी शामिल हैं जबकि कर्नाटक और बिहार की एक-एक सीट खाली है. इसी महीने की 31 तारीख को 6 राज्यों की 13 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने जा रहा है, जिसमें 5 सीट सिर्फ पंजाब की है. इसके अलावा केरल की 3, असम की दो हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा और नगालैंड की एक-एक सीट शामिल है.
आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी को होगा लाभ
फिलहाल बीजेपी के पास राज्यसभा में कुल 97 सीटें हैं. गठबंधन के दलों के साथ यह आंकड़ा 114 है, लेकिन अपने दम पर बीजेपी अभी भी बहुत के आंकड़े से दूर है. उत्तर प्रदेश में पार्टी की सीटें पिछली बार के मुकाबले कम हुई है, जिसका असर राज्यसभा की सीटों पर पड़ेगा. वहीं उत्तराखंड में भी बीजेपी की सीटें घटी हैं.
अगर बात पंजाब की करें तो यहां पर आम आदमी पार्टी को एकतरफा जीत मिली है. आप ने 117 में से 92 सीटों पर कब्जा जमाया है. राज्य की पांच राज्यसभा सीटों में से दो अकाली दल, 2 कांग्रेस और एक बीजेपी के पास है. नतीजों से स्पष्ट है कि अकाली दल, कांग्रेस और बीजेपी अपनी सीट बचाने में कामयाब नहीं होंगे. ऐसे में यहां की पांचों सीट आम आदमी पार्टी के खाते में जाएगी. राज्यसभा में पहले से आम आदमी पार्टी के तीन सांसद हैं. पंजाब की पांच सीटों को मिलाकर आप का आंकड़ा राज्यसभा में 8 तक पहुंच जाएगा.
राज्यसभा में फिलहाल समाजवादी पार्टी के पांच सांसद हैं. 2017 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को सिर्फ 47 सीटों पर जीत मिली थी. इस बार आंकड़ा 110 तक पहुंचता हुआ दिख रहा है. इससे साफ है कि संसद के नीचले सदन में अखिलेश यादव की पार्टी मजबूत होगी.