Let’s travel together.

राजशाही ठाठ-बाट से हुआ “हरि” का “हर” से मिलन

0 69

हेमेन्द्रनाथ तिवारी उज्जैन

परंपरानुसर देवउठनी ग्यारस को देव जागरण के बाद चतुर्दर्शी के महासंयोग में भोलेनाथ अर्थात बाबा महाकाल ने श्रृष्टि संचालन के लिए द्वारकाधीश को पुनः  का भार सौपा जिसे”हरिहर मिलन” कहा जाता है।
“हर” भगवान महाकाल, “हरि” द्वारकाधीश को पुनः सृष्टि का भार सौपा।
राजशाही ठाठ-बाट से हुआ “हरि” का “हर” से मिलन, सवारी मार्ग पर हुई भव्य आतिशबाज़ी।


भूत भावन राजाधिराज बाबा महाकाल ने सृष्टि का भार सौपते वक्त अपनी ओर से भगवान श्री द्वारकाधीश को “बेलपत्र की माला” भेंट की तो व्यवहारिक दृष्टि और परंपरा का निर्वहन करते हुए भगवान श्री द्वारकाधीश ने “तुलसी की माला” भूत भावन राजाधिराज बाबा महाकाल को भेंट की। इस दौरान गोपाल मंदिर क्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस पल को निहारने पहुंचे इस दौरान जमकर आतिशबाजी भी हुई।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

भारत का कौशल सदैव से सशक्त रहा है-कुलगुरू प्रो.डा.सुरेश कुमार जैन     |     बिना महात्म्य समझे फल प्राप्त नहीं होता-आचार्य विष्णु प्रशाद दीक्षित     |     रायसेन की रामलीला ::  राजा दशरथ और रानी केकई से आज्ञा लेकर वनवासी रूप धारण कर राम लखन सीता ने किया वन गमन     |     युवाओं में मौखिक स्वच्छता का महत्व और तंबाकू जागरूकता कार्यक्रम आयोजित     |     जॉन एवं रीजन चेयरपर्सन अधिकारिक यात्रा संपन्न     |     अखिल भारतीय स्वर्णकार महासभा ने प्रदेश एवं जिला में की कई नियुक्तियां     |     सांता क्लॉज की वेशभूषा में पहुंचे स्कूली बच्चे, चॉकलेट और उपहार बांटे गए     |     ट्रैफिक चेकिंग के दौरान यातायात पुलिसकर्मियों से युवक ने की गाली गलौज, सूबेदार ने लगाई युवक की पिटाई, वीडियो वायरल     |     मुख्यमंत्री डॉ. यादव सागर में लाखा बंजारा झील के जीर्णोद्धार कार्य का करेंगे लोकार्पण     |     सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक के 114वें स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक संध्या एवं स्टॉफ पारिवारिक उत्सव का किया आयोजन     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9425036811