देवेन्द्र तिवारी सांची,रायसेन
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नगर में हर्षोल्लास से गणेशोत्सव मनाया जाएगा ।इसी को लेकर तैयारियां जोरशोर से शुरु हो गई हैं साथ ही भगवान गणेश की प्रतिमाओं की दुकानें भी सजने लगी हैं ।
जानकारी के अनुसार आगामी गणेशोत्सव को लेकर नगर भर में तैयारियां जोरशोर से चलने लगी है तथा गणेशोत्सव को लेकर झांकी समीतियां भी सक्रिय हो गई हैं तथा नगर भर में विभिन्न स्थानों पर लगने वाली झांकियों के लगाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई हैं ।गणेशोत्सव को लेकर लोगों ने भगवान गणेश की प्रतिमाओं की दुकान भी सजा ली हैं ।गणेशोत्सव एक प्रमुख पर्व होता है जो बडे जोरशोर से मनाया जाता है दस दिवसीय इस उत्सव में भगवान गणेश की लगातार पूजा अर्चना चलती है ।मान्यता है कि एक बार एक राजा की पत्नी सुदक्षिणा को गणेश जी की कृपा से गर्भधारण हुआ था तथा दसवें माह मे एक सुंदर बालक का जन्म हुआ ।तब राजा मे बडा उत्सव मनाया एवं ब्राह्मणों और याचकों को बहुत धन दिया।दूसरी मान्यता यह भी है कि एक बार भगवान विष्णु का रथ जमीन में धंस गया था ।देशताओ के अथक प्रयास के बाद भी रथ नहीं निकल सका तब कहा गया कि विध्नहर्ता गणेश के क्रोध के कारण ऐसा हुआ तब सभी देवता भगवान गणेश को मनाने उनके पास पहुंचे तथा उनकी उपासना की तब कहीं जाकर रथ निकल सका ।हिंदी पंचाग के अनुसार हर वर्ष भाद्रपक्ष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन गणेश चतुर्थी पर्व मनाया जाता है यह पर्व महाराष्ट्र कर्नाटक मैं बडे जोरशोर से मनाया जाता है अब देश भर में यह पर्व हर्षोल्लास से मनाया जाता है श्रद्धालुओं द्वारा पंडाल लगाकर भगवान गणेश की स्थापना करते है बहुत से लोग तीन दिन पांच दिन सात दिन के लिए भी स्थापना करते है ।लोग अपने घरों में भी भगवान गणेश की स्थापना कर पूजा अर्चना करते हैं तथा दसवें दिन पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना कर विसर्जन करते है ।इस तरह गणेशोत्सव पर्व का समापन होता है।