अभिनेत्री और सांसद हेमा मालिनी ने भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा पर केन्द्रित प्रदर्शनी आर्ष भारत का किया उद्धाटन
हेमेंद्र नाथ तिवारी उज्जैन
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा विक्रमादित्य, उनके युग, भारत उत्कर्ष, नवजागरण और भारत विद्या पर एकाग्र विक्रमोत्सव 2024 अंतर्गत सुप्रसिद्ध अभिनेत्री और सांसद हेमा मालिनी ने भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा पर केन्द्रित प्रदर्शनी आर्ष भारत का उद्धाटन किया। शोधपीठ कार्यालय में प्रदर्शित प्रदर्शनियों में विक्रमकालीन मुद्रा एवं मुद्रांक, श्रीकृष्ण : चौंसठ कलाएँ (मालवा की चितरावन शैली में), श्रीकृष्ण होली पर्व (लघु चित्रों में श्रीकृष्णद की छवियाँ), विक्रमादित्य के समकालीन शैलचित्र का उन्होंने ने अवलोकन किया। अवलोकन पश्चात उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा, संस्कृति और विरासत को लेकर अपने मनोभाव व्यक्त किये। इसके पहले शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने हेमा मालिनी का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा पर केन्द्रित प्रदर्शनी आर्ष भारत में लगभग 120 से अधिक ऋषियों के जीवन और उनके योगदान को प्रदर्शित किया गया है। इस प्रदर्शनी में देशभर के 25 से अधिक चित्रकारों द्वारा बनाये गये चित्रों को प्रदर्शित किया गया है।
अश्विनी शोध संस्थान के सहयोग से विक्रमकालीन मुद्रा एवं मुद्रांकों को प्रदर्शित किया गया है। इसके अलावा जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी के सहयोग से मालवा की चितरावन शैली में लोक कलाकार अनिल धूलजी शर्मा द्वारा बनाये गये श्रीकृष्ण की चौंसठ कलाओं पर आधारित चित्रों के साथ ही भारतीय लघु चित्र शैली में श्रीकृष्ण: होली पर्व व कृष्ण की छवियाँ प्रदर्शित की गयी है। यह प्रदर्शनी 7 मार्च से 9 अप्रैल 2024 तक सुबह 10:30 से रात 8:00 बजे तक सभी के अवलोकनार्थ खुली रहेगी।