गाजा जाने वाली सहायता पर प्रतिबंध लगाने के बाद से फिलिस्तीनियों की स्थिति दिन-बा-दिन दयनीय होती जा रही है. इजराइल सेना पर आरोप है कि उसने गुरुवार को मदद का इंतजार कर रहे नागरिकों पर ओपन फायरिंग की. गाजा स्वास्थ मंत्रालय के मुताबिक फायरिंग में करीब 112 लोगों की मौत हुई और 769 घायल हैं. इस हादसे के बाद गाजा में मरने वालों की संख्या 30 हजार के पार पहुंच गई है. गाजा के स्वास्थ मंत्रालय ने गुरुवार को ये भी बताया कि गाजा में 4 और बच्चों की भूख और डिहाइड्रेशन से मौत हुई है. इजराइल सेना के इस ‘जघन्य नरसंहार’ की पूरी दुनिया में निंदा की जा रही है.
दुनियाभर के मानव अधिकार संगठन, सहायता समूह के साथ-साथ जंग इजराइल का साथ दे रहे देशों ने भी इस घटना की निंदा की हैं. खाने का इंतजार कर रहे लोगों पर गोलाबारी की फ्रांस प्रधानमंत्री, EU डिप्लोमेट समेत अमेरिकी सिनेटर ने भी निंदा की है. इसके बावजूद गुरुवार शाम बेंजामिन नेतन्याहू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “उनके ऊपर बहुत अधिक अंतरराष्ट्रीय दबाव है. लेकिन वह तब तक युद्ध नहीं रोकेंगे जब तक कि इज़राइल गाजा में अपने उद्देश्यों को हासिल नहीं कर लेता.”
इमैनुएल मैक्रों ने जाहिर किया गुस्सा
फायरिंग की खबर के बाद फ्रांस प्रधानमंत्री ने एक्स (X) पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “गाजा से आ रही तस्वीरों पर गहरा आक्रोश है जहां इजराइली सैनिकों ने नागरिकों को निशाना बनाया है. सभी नागरिकों की सुरक्षा की जानी चाहिए.” साथ ही इमैनुएल मैक्रों ने ये भी कहा कि मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए जल्द युद्धविराम होना चाहिए.
फायरिंग ‘अस्वीकार्य’ – EU
यूरोपियन यूनियन के टॉप विदेश नीति चीफ जोसेप बोरेल ने कहा कि लोगों को खाने से वंचित करना अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का गंभीर उल्लंघन है. जोसेप ने एक्स पर लिखा, “ये मौतें पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं…गाजा में बिना किसी रुकावट के मदद पहुंचनी चाहिए.”
अमेरिका में मदद भेजने की मांग
ऐड ट्रक पर प्रतिबंध लगाने के बाद अमेरिकी सीनेटर जैक रीड और एंगस किंग ने बाइडेन प्रशासन से घायलों के इलाज के लिए एक हॉस्पिटल शिप गाजा भेजने का आग्रह किया है. सीनेटर ने पत्र में ये भी लिखा है कि US को गाजा में मदद पहुंचाने के लिए समुद्री रास्ता भी निकालना चाहिए.