– मोदी जैकेट बनाकर आत्मनिर्भर बन रहे जेल में बंद कैदी
– जेल प्रशासन ने 3500 जैकेट केंद्रीय जेलों में भेजी
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी सर्किल जेल में बंद कैदी इस समय मोदी जैकेट बनाकर आत्मनिर्भर बन रहे हैं। शिवपुरी की जेल में बंद कैदियों को मोदी जैकेट बनाने का प्रशिक्षण दिया गया इसके बाद अब यहां 24 कैदी जैकेट बनाने का काम सीख गए हैं और प्रतिदिन एक बंदी 15 से 20 जैकेट बना रहा है। इन जैकेटों को शिवपुरी सर्किल जेल से प्रदेश की विभिन्न केंद्रीय जेलों में भेजा जा रहा है जिससे इन कैदियों की आय हो रही है। एक जैकेट 200 से 300 रुपए में बिकती है जिससे बंदी को अच्छी आमदनी हो जाती है। इस मोदी जैकेट की बिक्री से जो राशि आ रही है वह कैदियों के खाते में जमा कराई जा रही है। शिवपुरी की जेल में बनाई जा रही मोदी जैकेट का नाम दूर-दूर तक प्रसिद्ध हो गया है और सर्दियों के इस दौर में ठंड बढ़ने का बाद इसकी डिमांड भी और बढ़ गई है।
3500 जैकेट केंद्रीय जेलों में भेजी गई –
शिवपुरी सर्किल जेल के अधीक्षक रमेश चंद्र आर्य ने बताया कि शिवपुरी में बंद कैदियों द्वारा बनाई गई 3500 जैकेटें विभिन्न केंद्रीय जेलों में भेजी जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि शिवपुरी के सर्किल जेल में विधिक सेवा प्राधिकरण की पहल पर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लेकर जैकेट निर्माण का काम शुरू किया गया जिसमें लगभग 24 कैदियों को प्रशिक्षित किया गया है। कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने की सकारात्मक पहल जेल प्रबंधन द्वारा की जा रही है।
एक कैदी 15 से 20 जैकेट बना लेता है –
शिवपुरी सर्किल जेल में 24 बंदी कैदियों को जैकेट बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है और यह सभी अभी जैकेट बनाने का काम कर रहे हैं। जेल में बंद कैदी राजेश कुशवाह ने बताया कि उन्हें जेल में बंद रहते हुए जैकेट बनाने का प्रशिक्षण मिला। इसके बाद वह मोदी जैकेट बनाने लगे हैं। प्रतिदिन 15 से 20 जैकेट बना लेते हैं। इसके अलावा जेल में जो अन्य साथी हैं वह भी इतनी ही जैकेट एक दिन में बना लेते हैं। उन्होंने बताया कि इस काम के कारण जेल में रहते हुए उनका समय कट जाता है और जब वह जेल से छूटेंगे तो उन्हें यह हुनर बाद में काम आएगा।